प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराज- महाकुंभ से पहले जितनी भी परियोजनाओं को हरी झंडी मिली है, उनमें इनर रिंग रोड प्रोजेक्ट टॉप लिस्ट में है। इसके बन जाने से लाखों लोगों को रोजाना लाभ मिलेगा। यह बात शासन और प्रशासन को भी पता है। इसीलिए जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है। फिलहाल इसके तीन पैकेज टेंडर में दो की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इसी महीने वर्किंग एजेंसी का नाम भी फाइनल हो जाएगा।

दिसंबर से पहले पूरा होना है दो फेज का काम

तीन में से दो पैकेज के टेंडर फाइनल हो गए हैं उनमें एक में सहसों से ओल्ड जीटी और दूसरे में ओल्टी जीटी से मिर्जापुर तक रोड बनाने का काम शामिल है। यह दोनों काम दिसंबर 2024 से पूरे किए जाने हैं। तीसरे टेंडर पैकेज में मिर्जापुर से रीवां रोड कार्य होना है। यह टेंडर प्रक्रिया भी जल्द पूरा करने की कवायद चल रही है। हालांकि इसी फेज में नैनी को झूंसी से जोडऩे वाला पुल भी शामिल है। लेकिन यह पुल महाकुंभ से पहले पूरा नही होगा। इस टेंडर के लिए 3 हजार करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया है। सोर्सेज का कहना है कि इनर रिंग रोड का काम पहले ही शुरू हो सकता था लेकिन जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया लंबी चलने से थोड़ा विलंब हुआ है।

एक नजर में इनर रिंग रोड

- जो दो टेंडर फाइनल हुए हैं उनमें देश की बड़ी दर्जन कंपनियों ने हिस्सा लिया है।

- इनका नाम सितंबर के तीसरे सप्ताह मे तय हो जाएगा।

- दोनेां टेंडर में शामिल निर्माण कार्य को दिसंबर 2024 से पहले पूरा करना है।

- नैनी से झूंसी के बीच बनने वाले तीन किमी लंबे का काम महाकुंभ के बाद पूरा होगा।

- सहसों से ओल्ड जीटी तक 15 किलोमीटर का रोड का काम होना है। जबकि ओल्ड जीटी से मिर्जापुर रोड तक 7.50 किलोमीटर का कार्य किया जाना है।

- चार रेलवे ओवर ब्रिज का काम भी इन्ही दोनेांं टेंडर प्रक्रिया के तहत होना है।

- अक्टूबर में इनर रिंग रोड के काम का श्रीगणेश होना तय माना जा रहा है।

- तीन किमी पुल बनने के बाद लोगों को शहर के भीतर आने की जरूरत नही होगा।

काफी लंबी प्रक्रिया चल रही है। जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है। दो टेंडर भी हो गए हैं। अक्टूबर में इनर रिंग रोड का काम भी शुरू करा दिया जाएगा। उम्मीद है कि सभी काम तय समय में पूरे हो जाएंगे।

पंकज मिश्रा, परियोजना निदेशक, एनएचएआई