-आई नेक्स्ट और जीएम पेन रेनाल्ड्स ने आर्गनाइज किया राइटिंग काम्पिटिशन

ALLAHABAD: आप बहुत टैलेंटेड हों, लेकिन आपकी राइटिंग अच्छी न हो तो जरा सोचिए आपके साथ क्या हो सकता है। खुद की राइटिंग अच्छी न होने का दर्द वही बता सकता है जिसने इसे झेला हो। मसलन, केवल राइटिंग के बेस पर ही कई ऐसे काम्पिटेटिव एग्जाम्स होते हैं। जिनमें धुरंधर से धुरंधर प्रतियोगी भी प्रतियोगिता से बाहर हो जाया करते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी अपनी आत्मकथा में खुद की लेखनी सुन्दर न होने का दर्द बयां किया है। कुछ ऐसे ही कान्सेप्ट पर आई नेक्स्ट और जीएम पेन रेनाल्ड्स थर्सडे को सिटी के पांच स्कूल्स में राइटिंग काम्पिटिशन का आयोजन किया।

स्टूडेंट्स ने किया प्रॉमिस

इस प्रोग्राम में पार्टिसिपेशन से पहले ही बच्चों में गजब का जोश देखने को मिला। बच्चे इस बात को लेकर उत्साहित दिखे कि प्रतियोगिता के माध्यम से उन्हें अपनी लेखन शैली की अच्छाइयों एवं खामियों का पता चल सकेगा। इस पूरी एक्टिविटी के दौरान शिक्षक भी कार्यक्रम की महत्व को लेकर बच्चों को निर्देशित करते रहे। कार्यक्रम के बाद ज्यादातर स्टूडेंट्स ने आई नेक्स्ट रिपोर्टर से हुई बातचीत में प्रॉमिस किया कि वे अपनी लेखन शैली को और बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे।

पांच स्कूलों में हुआ प्रोग्राम

बता दें कि आई नेक्स्ट और जीएम पेन रेनाल्ड्स की ओर से सिटी के कॉलेजेस में राइटिंग काम्पिटिशन का आयोजन किया जा रहा है। पहले दिन ख्7 जुलाई को कार्यक्रम गंगा गुरुकुलम फाफामऊ और बीबीएस इंटर कॉलेज शिवकुटी में हुआ था। वेडनसडे को यह प्रोग्राम तीन स्कूलों वाईएमसीए सेनेट्री स्कूल एंड कॉलेज, ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज सिविल लाइंस एवं मदर्स प्राईड स्कूल रसूलाबाद में किया गया। थर्सडे को यह आयोजन महाप्रभु पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज तेलियरगंज, महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर स्कूल इंटर कॉलेज रसूलाबाद, रानी रेवती देवी इंटर कॉलेज सिविल लाइंस, खेलगांव पब्लिक स्कूल झलवा एवं बिशप जार्ज स्कूल सिविल लाइंस में आयोजित किया गया।

निर्धारित समय में होगा पूरा

मालूम हो कि आई नेक्स्ट और जीएम पेन रेनाल्ड्स की ओर से सिटी के क्भ् स्कूल्स में आयोजित इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को ब्भ् मिनट का टाइम दिया जाता है। इस दौरान उन्हें दी गई राइटिंग शीट में प्रिंटेड पैराग्राफ को स्टूडेंट्स को उसी शीट पर पूरी खूबसूरती के साथ दर्शाया जाएगा। प्रोग्राम में दो ग्रुप्स को प्रतिभाग करना है। फ‌र्स्ट ग्रुप में क्लास फिफ्थ व सिक्स्थ व सेकेंड ग्रुप में क्लास सेवन व एर्थ के बच्चे भाग लेंगे।

आज यहां होगा काम्पिटिशन

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-आर्य कन्या इंटर कॉलेज मुट्ठीगंज में सुबह 8:ख्भ् मिनट पर

-बिशप जानसन स्कूल सिविल लाइंस में सुबह क्0:ब्भ् मिनट पर

-विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल झलवा में सुबह क्क् बजे से

-एमएल कांवेंट स्कूल करेलाबाग में सुबह क्क् बजे से

-इलाहाबाद पब्लिक स्कूल चौफटकाममें दोपहर क्ख् बजे से

एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करके मजा आ गया। प्रोग्राम का पैटर्न भी अच्छा लगा। इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए।

साक्षी श्रीवास्तव

प्रोग्राम का कान्सेप्ट मुझे अच्छा लगा। पेपर शीट में दिया गया पैराग्राफ राइट करने में भी मजा आया।

वैष्णवी पांडेय

राइटिंग काम्पिटिशन समय समय पर होते रहना चाहिए। इससे पता चलता है कि हमें कहां पर सुधार करना है।

अनन्या राय

मैं कहना चाहूंगी कि आगे जहां भी यह प्रोग्राम हो। वहां बच्चों को अधिकाधिक संख्या में इसमें पार्टिसिपेट करना चाहिए।

जतिन केसरवानी

इसमें पास या फेल तो होना नहीं है। ऐसे में जितनी अच्छी तरह से पेन चला सकती थी चलाई। देखिए आगे क्या रिजल्ट आता है।

आकांक्षा पांडेय

देखिए राइटिंग काम्पिटिशन तो स्टूडेंट्स के परिप्रेक्ष्य में बेहतर है ही। इसे लगातार बढ़ावा मिलना चाहिए।

आत्मानंद सिंह, प्रिंसिपल रानी रेवती देवी इंटरमीडिएट कॉलेज

ये मेरे फेवरेट प्रोग्राम्स में से एक है। मेरी तरह ही बाकी साथियों का भी यही मानना है। इसे सबने इंज्वाय किया है।

शिवांशी

मुझे पहले उम्मीद नहीं थी कि इसे इतने अच्छे ढंग से कंडक्ट करवाया जाएगा। सबकुछ प्लानिंग के एकार्डिग किया गया। वेरी गुड

श्रदरा

लेखन शैली अच्छी न हो तो खुद को भी अच्छा नहीं लगेगा। हमारे बीच कई सारे ऐसे स्टूडेंट हैं जो इसमें सुधार के बारे में सोचते हैं।

अमन

राइटिंग का बेहतर होना जरुरी है। पढ़ाई के आगे बढ़ने के साथ इसकी महत्ता भी बढ़ती जाएगी। इतना तो मुझे भी पता है।

रक्षत

हर स्टूडेंट का सपना होता है कि क्लास में उसकी राइटिंग ही सबसे अच्छी हो। इसी भावना के साथ सबने प्रतियोगिता में भाग लिया है।

काव्यांजलि

हमने खूब मन लगाकर लिखा है और प्रोग्राम को खूब एंज्वाय भी किया। अब तो रिजल्ट का ही वेट रहेगा।

वंशिका सिंह

हम आगे भी आई नेक्स्ट को इस तरह के कार्यक्रम करवाने के लिए सपोर्ट करते रहेंगे। इसमें भाग लेने वाले बच्चों का रुझान देखकर मुझे अच्छा लगा।

सुष्मिता कानूनगो, प्रिंसिपल महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर स्कूल