दो दिन पहले प्रेमिका की गोली मारकर कर दी थी हत्या

गुरुवार की भोर में घर के भीतर खुद को मार ली गोली

प्रेमिका की हत्या कर देने पर गिल्ट फील हो रहा था या फिर उसके बिना रहना असंभव हो गया था? इन सवालों का जवाब अब कभी नहीं मिलेगा। क्योंकि, प्रेमिका को गोली मारकर मौत के घाट उतार देने के बाद 'इश्क' को कटघरे में खड़ा करने वाले प्रेमी ने गुरुवार की भोर में खुद को गोली मार ली। जब तक परिवार के सदस्य कुछ समझ पाते या उसका इलाज करा पाते, उसने दम तोड़ दिया। उनकी लव स्टोरी अब गांव ही नहीं पूरे एरिया में चर्चा का विषय बन गई है। पुलिस ने बॉडी को पीएम के लिए भेज दिया है।

कॉलेज वाला इश्क

हंडिया थाना क्षेत्र के पुरेखुदी गांव के रहने वाले इण्टरमीडिएट की छात्रा शैलकुमारी (17 वर्ष) व पड़ोसी शैलेश कुमार (21 वर्ष) एक-दूसरे से मोहब्बत करते थे। स्कूल से अंकुरित हुआ दोनों के बीच इश्क का बीज जवानी की दहलीज पर कदम रखते हुए दोनो के बीच नजदीकियां इतना बढ़ गई कि एक-दूसरे के बिना रहना मुश्किल हो गया। परिवार के रजामंद न होने पर दोनों ने अपने तरीके से इसका समाधान खोजा और शादी करके स्टैंप पर पूरी बात लिख दी। अलग बात है कि यह मामला परिवारवालों के बीच खुला तो दोनों परिवारों में अनबन हो गई और बात थाने पहुंचा दी गई। पुलिस ने खुद इस मामले पंचायत कराई। पंचायत में शैलेष अड़ा रहा कि वह शैल के साथ ही जीवन बिताएगा लेकिन, परिवार वाले नहीं माने तो पुलिस ने डांट-डपटकर दोनों पक्षो में समझौता करा दिया।

सगाई सुनकर खो दिया था आपा

सोमवार को शैल की सगाई भदोही के कोईरौना थाना क्षेत्र के धनतुलसी गांव के रहने वाले युवक के साथ हो गई। शैल की सगाई की खबर सुनते ही शैलेश बौखला गया रात काटनी मुश्किल हो गई। किसी तरह रात कटी तो भोर में वह असलहा लेकर शैल के घर के सामने स्थित खेत में इंतजार करने लगा। सुबह जैसे ही शैल टॉयलेट के लिए शौचालय में घुसी, पीछे से वह भी पहुंच गया और बिना कुछ आगे पीछे सोचे उसने शैल को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद वह भाग निकला। घटना के संबंध में उसके अलावा पिता और चचेरे भाई को भी नामजद किया गया था। पुलिस ने तीन लोगों को उठा भी लिया था।

दहशतजदा थे शैल के परिजन

शैलेश के फरार होने से दोनों का इश्क तो कटघरे में खड़ा हुआ ही था शैल के परिवारवाले दहशतजदा थे कि कहीं वह उन्हें भी मौत न दे दे। एतहितायत पुलिस भी गांव में थी। गांव वाले बताते हैं कि बुधवार की आधी रात के बाद लगभग दो बजे पुलिस गांव में मौजूद थी। उसका कंसंट्रेशन शैल का घर था। इसका फायदा उठाते हुए शैलेष अपने घर पहुंच गया। उसने तमंचा निकाला और खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर मौके पर पुलिसवाले पहुंच गए। देखा तो खून से लथपथ होकर जमीन पर पड़ा कोई और नही बल्कि प्रेमिका को गोली मारने वाला शैलेश कुमार था। जब तक पुलिस उसे अस्पताल ले जा पाने का जतन करती वह दम तोड़ चुका था। मौत की खबर सुनते ही आधी रात को पुलिस व ग्रामीण जमा हो गये। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया। शैल के पिता ने घटना पर कहा कि, मैं मां शीतला का पुजारी हूं। भगवान ने मेरे साथ न्याय किया।

चार भाइयों में दूसरे नंबर पर था

प्रेमिका को गोली मारने के दो दिन बाद खुद को गोली मार लेने वाला शैलेष चार भाइयों में दूसरे नंबर पर था। उसके पिता सफाई कर्मचारी की पोस्ट पर तैनात हैं। शैल की हत्या में नामजद होने के चलते उसके पिता जवाहर गांव छोड़कर गायब हैं। इस घटनाक्रम ने पूरे गांव में सन्नाटा भर दिया है। गांव में नए जमाने के लैला-मजनू की कहानी हर जुबान पर है।