राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत बरेली में बनाए गए सात मॉडल कॉलेज

सिर्फ एक कॉलेज में शुरू हुई पढ़ाई, एनजीओ न मिलने से 6 कॉलेजेज में सन्नाटा

<राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत बरेली में बनाए गए सात मॉडल कॉलेज

सिर्फ एक कॉलेज में शुरू हुई पढ़ाई, एनजीओ न मिलने से म् कॉलेजेज में सन्नाटा

BAREILLY BAREILLY :

आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को कम खर्च पर माध्यमिक शिक्षा मुहैया कराने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने प्रदेश भर में 191 मॉडल कॉलेज खोले। इनमें से सात मॉडल कॉलेज बरेली में ही शुरू किए गए, लेकिन बेहतर शिक्षा देने की मंशा से शुरू की गई इस मुहिम में सिर्फ एक ही मॉडल कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो सकी। जिसे सीबीएसई ने सम्बद्धता दी है। बाकी के 6 मॉडल कॉलेजेज में शासन की लापरवाही के चलते सन्नाटा पसरा हुआ है। वजह, इन कॉलेजेज का संचालन पीपीपी मॉडल की तर्ज पर होना है, लेकिन सरकार अभी तक संचालन के लिए एनजीओ का चयन ही नहीं कर पाई है।

हर कॉलेज को मिले 3.2 करोड़

मॉडल कॉलेजेज के निर्माण के लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने प्रत्येक कॉलेज के लिए 3.2 करोड़ का बजट जारी किया। सीएनडीएस ने भदपुरा ब्लॉक के अल्हैया गांव में एक, पैकफेड ने नवाबगंज के त्यारजागी में एक, यूपीपीसीएल ने भुता के वेवल बसंतपुर, दमखोदा के कछनेरा, क्यारा के चौबारी, रामनगर के हरदासपुर और मझगंवा ब्लॉक के अतरछेड़ी में पांच मॉडल कॉलेज बनाए। इनमें से अतरछेड़ी और अल्हैया का मॉडल कॉलेज माध्यमिक शिक्षा विभाग को हैंडओवर कर दिया गया है। वहीं

पिछले साल मंडल स्तर पर समाजवादी अभिनव योजना के तहत अतरछेड़ी में बने मॉडल कॉलेज का संचालन शुरू किया।

वर्जन

डिस्ट्रिक्ट में सात मॉडल कॉलेज बनकर तैयार हो गए हैं। इनमें से दो माध्यमिक शिक्षा विभाग को हैंडओवर हो गए हैं। बाकी के हैंडओवर की प्रक्रिया शासन स्तर पर चल रही है।

मुन्ने अली, डीआईओएस

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प्रमोशन से मॉडल स्कूल प्रभावित

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आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को कम खर्च पर माध्यमिक शिक्षा मुहैया कराने के लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने प्रदेश भर में क्9क् मॉडल कॉलेज खोले। इनमें से सात मॉडल कॉलेज बरेली में ही शुरू किए गए, लेकिन बेहतर शिक्षा देने की मंशा से शुरू की गई इस मुहिम में सिर्फ एक ही मॉडल कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो सकी। जिसे सीबीएसई ने सम्बद्धता दी है। बाकी के म् मॉडल कॉलेजेज में शासन की लापरवाही के चलते सन्नाटा पसरा हुआ है। वजह, इन कॉलेजेज का संचालन पीपीपी मॉडल की तर्ज पर होना है, लेकिन सरकार अभी तक संचालन के लिए एनजीओ का चयन ही नहीं कर पाई है।

हर कॉलेज को मिले फ्.ख् करोड़

मॉडल कॉलेजेज के निर्माण के लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने प्रत्येक कॉलेज के लिए फ्.ख् करोड़ का बजट जारी किया। सीएनडीएस ने भदपुरा ब्लॉक के अल्हैया गांव में एक, पैकफेड ने नवाबगंज के त्यारजागी में एक, यूपीपीसीएल ने भुता के वेवल बसंतपुर, दमखोदा के कछनेरा, क्यारा के चौबारी, रामनगर के हरदासपुर और मझगंवा ब्लॉक के अतरछेड़ी में पांच मॉडल कॉलेज बनाए। इनमें से अतरछेड़ी और अल्हैया का मॉडल कॉलेज माध्यमिक शिक्षा विभाग को हैंडओवर कर दिया गया है। वहीं

पिछले साल मंडल स्तर पर समाजवादी अभिनव योजना के तहत अतरछेड़ी में बने मॉडल कॉलेज का संचालन शुरू किया।

वर्जन

डिस्ट्रिक्ट में सात मॉडल कॉलेज बनकर तैयार हो गए हैं। इनमें से दो माध्यमिक शिक्षा विभाग को हैंडओवर हो गए हैं। बाकी के हैंडओवर की प्रक्रिया शासन स्तर पर चल रही है।

मुन्ने अली, डीआईओएस

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प्रमोशन से मॉडल स्कूल प्रभावित

BAREILLY:

BAREILLY:

बेसिक शिक्षा विभाग ने प्राथमिक विद्यालय भरतौल और प्राथमिक विद्यालय डोहरा को मॉडल स्कूल बनाया। इन स्कूल्स में ख्0क्भ् में इंग्लिश मीडियम की क्लासेज लगी। स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने मानक पूरा करने वाले टीचर्स की तैनाती कर दी, लेकिन लास्ट ईयर बेसिक शिक्षा विभाग ने टीचर्स के प्रमोशन कर दिया। इस कारण इन टीचर्स को जूनियर हाईस्कूल तैनात कर दिया गया। टीचर्स के प्रमोशन के कारण मॉडल स्कूल्स में टीचर्स के कमी हो गई है। वहीं, डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में मीटिंग नहीं होने कारण टीचर्स की भी नियुक्ति नहीं हो सकी। इस पर बीएसए चंदना यादव ने बताया कि मॉडल स्कूल में टीचर्स की तैनाती के लिए कमेटी की मीटिंग होनी है। इसके बाद टीचर्स की तैनाती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।