आयुष्मान कार्ड दिखाने के बाद भी पेश्ेांट्स से लिया ट्रीटमेंट का खर्च

-शहर के गंगाशील, साई सुखदा और साई हॉस्पिटल पर जिला प्रशासन ने की कार्रवाई

-गंगाशील हॉस्पिटल को लौटानी पड़ी वसूली गई फीस, सुखदा साई और साई का रोका गया आयुष्मान फंड

बरेली : प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजनाओं में शुमार आयुष्मान भारत योजना को खुद उसके जिम्मेदार ही पलीता लगा रहे हैं। संबंधित विभाग को तमाम शिकायतें मिलने के बावजूद भी प्राइवेट हॉस्पिटल्स पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, लेकिन मामला डीएम ऑफिस तक पहुंचने के बाद थर्सडे को शहर के तीन नामचीन प्राइवेट हॉस्पिटल्स पर कार्रवाई की गई है। यह फैसला जिला शिकायत निवारण समिति की मीटिंग में शिकायतों के निस्तारण के दौरान लिया गया।

क्या है पूरा मामला

शहर के पीलीभीत बाईपास रोड स्थित सांई सुखदा हॉस्पिटल में बीते दिनों नमतेश मिश्रा का ट्रीटमेंट किया गया था, वह आयुष्मान कार्ड धारक हैं। नमतेश के मुताबिक आयुष्मान कार्ड दिखाने के बाद उनका ट्रीटमेंट योजना के अंतर्गत किया गया था, लेकिन मेडिसिन और जांचों के नाम पर हॉस्पिटल प्रशासन ने उनसे मोटी रकम वसूल ली जिसकी शिकायत उन्होंने ऑनलाइन पोर्टल पर की थी। वहीं डीडीपुरम स्थित सांई हॉस्पिटल में सहाना बी का ट्रीटमेंट हुआ था। इनसे भी जांचों और मेडिसिन का भुगतान कराया गया। जिसकी शिकायत इन्होंने जिला प्रशासन से की थी। जबकि डीडीपुरम स्थित गंगाशील हॉस्पिटल में जागन लाल का ट्रीटमेंट हुआ था। जागन लाल के मुताबिक हॉस्पिटल प्रशासन को उन्होंने आयुष्मान कार्ड दिखाया था, लेकिन प्रबंधन ने उसके बाद भी ट्रीटमेंट की पूरी फीस वसूल की। जिसके बाद उन्होंने जिला प्रशासन से इसकी कंप्लेन की थी।

हॉस्पिटल्स पर यह कार्रवाई

जिला शिकायत अधिकारी अमीर बेग ने बताया कि गंगाशील हॉस्पिटल को मरीज से इलाज के नाम पर वसूल की गई पूरी फीस वापस करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं सार्ई सुखदा और साई हॉस्पिटल को मरीज के इलाज के रुपए वापस कर अग्रिम आदेश तक अब तक योजना के अंतर्गत किए गए इलाज का भुगतान भी रोकने के आदेश दिए गए हैं।

जांच कर हो कड़ी कार्रवाई

समिति के अध्यक्ष एडीएम प्रशासन वीके सिंह ने सांई सुखदा और सांई हॉस्पिटल की बार-बार शिकायत मिलने पर टीम गठित कर जांच करने के आदेश दिए हैं। वहीं जांच पूरी होने तक योजना के अंतर्गत होने वाले भुगतान को रोकने के भी आदेश दिए। बैठक में एसीएमओ डॉ। अशोक कुमार, डॉ। अनुराग अग्रवाल, जिला शिकायत अधिकारी अमीर बेग व हेल्थ इंडिया टीपीए के सदस्य भी मौजूद रहे।

हॉस्पिटल्स का पक्ष

पेशेंट्स ने इलाज के दौरान यह नहीं बताया था कि वह आयुष्मान लाभार्थी हैं। अभी प्रशासन की ओर से कोई आदेश नहीं मिला है। आदेश का अनुपालन किया जाएगा।

डॉ। निशांत गुप्ता, मैनेजिंग डायरेक्टर, गंगाशील हॉस्पिटल