-आंवला तहसील के बसंतपुर के एक परिवार ने स्कूल के लिए डोनेट की 962 वर्ग मीटर जमीन

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गांव का कोई भी बच्चा सिर्फ आठवीं तक ही पढ़ाई कर बीच में ही स्कूल न छोड़ दे। इसके लिए जरूरी था गांव में ही हाईस्कूल तक का विद्यालय बने, लेकिन जमीन न होने से माध्यमिक शिक्षा विभाग भी कुछ नहीं कर पा रहा था। ऐसे में गांव का एक परिवार सामने आया और उसने हाईस्कूल तक के विद्यालय के लिए 962 वर्ग मीटर जमीन दान देकर नजीर पेश की है। अब गांव के बच्चों को हाईस्कूल तक की पढ़ाई करने के लिए न तो पांच किमी दूर जाना होगा और नहीं ही पढ़ाई छोड़नी होगी।

बसंतपुर गांव में दान की जमीन

आंवला तहसील के बसंतपुर गांव में बेसिक शिक्षा विभाग का जूनियर हाईस्कूल है, लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग का कोई कॉलेज नहीं होने के कारण स्टूडेंट्स को काफी परेशानियां उठानीं पड़ती है। उन्हें पांच किमी दूर पुतरैया और गुलडि़या जाना पड़ता है। कई बच्चे इसके चलते बीच में ही पढ़ाई भी छोड़ देते हैं। गांव के बच्चों की इस परेशानी को गांव के ही देवेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह, अतेन्द्र सिंह, वीरेन्द्र सिंह, मुन्नी देवी और कांती देवी ने समझी। इन लोगों ने सहमति से वेडनसडे को आंवला तहसील में डीआ‌ई्रओएस गजेन्द्र कुमार को जमीन दान कर जमीन के कागजात सौंप दिए। डीआईओएस ने बताया विभाग इस जमीन पर हाईस्कूल बनवाने का प्रस्ताव जल्द से जल्द सरकार को भेजेगा। प्रस्ताव को हरी झंडी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

दानदाता चाहते हैं सभी पढ़ें

दानदाता देवेन्द्र सिंह ने बताया कि उनके परिवार में सभी पढ़े-लिख हैं। कई बच्चे पढ़ाई कर भी रहे हैं, लेकिन गांव के बहुत से बच्चे हाईस्कूल तक का विद्यालय गांव में न होने के कारण बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते थे। कुछ को हाईस्कूल तक की पढ़ाई के लिए दूर जाना पड़ता है। इसलिए हमारे परिवार ने यह तय किया कि गांव में हाईस्कूल तक के विद्यालय के लिए जरूरी 962 वर्ग मीटर जमीन दान कर दी जाए।