-सेना भर्ती में इस बार पकड़े गए थे 304 फर्जी कैंडिडेट

BAREILLY: सेना भर्ती में इस बार दलालों की बल्ले-बल्ले रही। दलालों ने फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर कैंडिडेट्स को सेना में भर्ती के लिए भेज दिया। सेना की सख्ती की वजह से 304 कैंडिडेट्स पकड़े भी गए, लेकिन इस बार एक भी दलाल नहीं पकड़ा गया। यही नहीं न तो किसी कैंडिडेट पर कोई एफआईआर दर्ज हुई और न ही किसी दलाल का नाम सामने आया। इससे साफ है कि दलाल फिर से दूसरी जगह होने वाली भर्ती में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स को अपने जाल में फंसाकर भेजेंगे, लेकिन उनका कुछ नहीं होगा।

इस बार नहीं कोई एफआईआर

सेना ने इस बार भर्ती में फर्जी डॉक्यूमेंट लेकर आने वाले कैंडिडेट्स को 5 साल के लिए बैन करने का सख्त नियम बनाया था, जिसके चलते ही सेना ने जो भी कैंडिडेट मौके पर पकड़ा गया, उसे मौके से भगा दिया। जबकि इससे पहले जब भी फर्जी कैंडिडेट पकड़े जाते थे तो उन्हें कैंट पुलिस के हवाले किया जाता था। इसके अलावा कैंडिडेट के अलावा जिनके नाम से फेक डॉक्यूमेंट बनते थे उनके और दलालों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाती थी। पुलिस जिसके बाद जांच कर कैंडिडेट व दलालों को जेल भ्ोजती थी।

मास्टरमाइंड पुलिस भी नहीं पकड़ सकी

सेना भर्ती के कई केस कैंट थाने में दर्ज हैं। इनमें कई कैंडिडेट और दलाल जेल भेजे जा चुके हैं, लेकिन दलालों के मास्टरमाइंड आदित्य चौहान अभी तक पुलिस भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उसके खिलाफ कुर्की वारंट भी जारी हो चुका है। कोर्ट में पेश न होने पर क्राइम ब्रांच ने उसके खिलाफ कैंट थाने में दो एफआईआर दर्ज करायी थीं, लेकिन नतीजा सिफर ही है।