- 25 मीटर के बाहर नहीं अंदर खड़ा होते है ऑटो चालक

-शहर में कहीं भी नहीं है आटो स्टैंड

BAREILLY :

चौराहे-तिराहों पर बेतरतीब और आड़े-तिरछे खड़े आटो बरेली की खूबसूरती पर दाग बन गए हैं। शहर का ऐसा एक भी चौराहा नहीं, जहां आटो के चलते टै्रफिक जाम के हालात न बनते हों। हैरत की बात है कि यह सिलसिला पूरे दिन चलता रहता है, इन पर लगाम लगाने वाला भी कोई नहीं है।

25 मीटर दूर खड़ा होने का प्रावधान

आटो को चौराहे-तिराहे से 25 मीटर दूर खड़ा किये जाने का प्रावधान एडमिनिस्ट्रेशन ने बनाया है। यह नियम सिर्फ मीटिंग का हिस्सा ही बन कर रह गया। इस आदेश का अनुपालन न तो आटो ड्राइवर्स करते हैं और न ही इसे चौराहों पर तैनात पुलिस ही लागू कराती है। यही वजह है कि ड्राइवर्स बेतरतीब वाहनों को बेखौफ खड़ा किए रहते हैं। यही वजह है कि ये जाम का बड़ा कारण भी बनते हैं

श्यामगंज चौराहा

श्यामगंज शहर का सबसे व्यस्ततम चौराहा माना जाता है, लेकिन यहां पर ट्रैफिक पुलिस के सामने की नियम की धज्जियां उड़ती देखी जा सकती है। शहर के ऑटो चालक आड़े-तिरछा तो खड़ा होते ही हैं, रूरल एरिया के भी आटो श्यामगंज चौराहा पर आ जाते हैं। बीच ट्रैफिक आटो के यूटर्न लेने से पूरा यातायात रूक जाता है। यह कारनामा ड्राइवर हर मिनट करते रहते हैं।

दामोदर पार्क तिराहा

दामोदर पार्क तिराहे की स्थिति देखकर 'हम नहीं सुधरेंगे का भाव' आंखों के सामने चरितार्थ हो रहा था। डीएम कोठी से चौपुला की ओर जानी वाली रोड पर हर वक्त विक्रम और ऑटो का ही कब्जा होता है। तिराहा कम ऑटो स्टैंड ज्यादा प्रतीत हो रहा था। जबकि, इस रास्ते से आला अधिकारियों का हमेशा आना-जाना लगा रहता है। फिर भी इन पर कोई कंट्रोल नहीं है।

बरेली कॉलेज चौराहा

नॉवेल्टी बस स्टेशन, नगर निगम, श्यामगंज और बीसीबी की ओर आने वाले इस चौराहा पर ऑटो चालकों का ही कब्जा है। ऊपर से ऑटो को स्टैंड करने का तरीका चारों तरफ जाने वाला रास्ते को ही ब्लॉक कर देता है। हर समय पुलिस के जवान होने के बाद भी चौराहे से 25 मीटर के दायरे में भी ऑटो खड़े रहते है। जिसके चलते पैदल चलना भी दूभर हो जाता है।

सेटेलाइट चौराहा

बस से शहर आने वाले पैसेंजर्स को बैठाने के फिराक में ऑटो चालक अपने ही धुन में रमे रहते है। भले ही ट्रैफिक जाम लग जाए। चौराहा पर पुलिस बूथ भी बना है। जहां पर 4-5 ट्रैफिक पुलिस वाले भी होते है। लेकिन इन सबके बावजूद चालक बेखौफ नजर आते है। अपना। जबकि, बस पकड़ने के लिए पैसेंजर्स को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता है।

34 चौराहों पर बनने थे स्टैंड

चौराहों पर बेतरतीब खड़े आटो को एक निश्चित स्थान पर खड़ा करने के लिए 34 आटो स्टैंड बनाया जाना था। अधिकारियों की अनदेखी के चलते यह योजना फलीभूत नहीं हो पाई।

चौराहों पर खड़े आटो के खिलाफ सावन बाद कार्रवाई की जाएगी।

ओपी यादव, एसपी ट्रैफिक