शहर में आंधी में गिरे पेड़ों की लकडि़यां नगर निगम स्टोर में होनी थी जमा

सर्दी में अलाव जलाने में होना है इस्तेमाल, टेंडर भी नहीं, मेयर ने मांगी रिपोर्ट

BAREILLY:

पिछले दिनों शहर में आई तेज आंधी के चलते जगह-जगह गिरे सैकड़ों पेड़ जहां जनता के लिए मुसीबत बने। वहीं दूसरी ओर राह के यह रोड़े भी नगर निगम अधिकारियों के लिए कमाई का जरिया बन गए। सड़कों को जाम कर जनता के लिए रास्ता बंद कर रहे इन पेड़ों की कटाई के निर्देश मेयर डॉ। आईएस तोमर ने जारी किए थे। मकसद था राहगीरों के लिए रास्ता साफ कराना और सर्दियों में बतौर अलाव पेड़ों की लकड़ी का इस्तेमाल करना। मेयर की ओर से अधिकारियों को गिरे हुए पेड़ों की लकड़ी को स्टोर में रखने और टेंडर कर बेचने के भी निर्देश दिए गए। लेकिन न तो लकड़ी ही स्टोर में जा रही और न ही टेंडर कर इन्हें बेचकर पैसा निगम के खाते में आया।

अलाव खरीद में होती बचत

शहर में 6 जून को आई तेज आंधी में कोतवाली, सरन हॉस्पिटल के पास, सुभाषनगर थाना, सिविल लाइंस फायर ब्रिगेड और कचहरी समेत अन्य जगहों पर बड़े पेड़ गिरने से रास्ता ब्लॉक हो गया। ऐसे में मेयर ने निर्माण विभाग के अधिकारियों व पर्यावरण अभियंता को पेड़ों की लकड़ी काटकर स्टोर में जमा करने के निर्देश दिए। साथ ही यूज न होने वाली लकड़ी टेंडर कर बेचने को कहा। निगम हर साल करीब 10-15 लाख की लकड़ी खरीद कर शहर में जगह जगह अलाव जलाने में में यूज करता है। ऐसे में स्टोर में रखी लकड़ी सर्दियों में अलाव जलाने के काम आती और निगम का काफी पैसा बचता।

कहां गए गांधी उद्यान के पेड़

शहर में आंधी से गिरे पेड़ों की लकड़ी में ही गड़बड़ी नहीं हो रही। बल्कि सीएम दौरे को लेकर गांधी उद्यान में भी जो सूखे पेड़ काटे गए थे, उनका भी स्टोर में अता-पता नहीं है। 23 मई को सीएम के प्रस्तावित कार्यक्रम के चलते गांधी उद्यान में 12 पेड़ काटे गए थे। जिनकी पूरी लकड़ी निगम के स्टोर में नहंी पहुंची। वहीं शहर में गिरे कई पेड़ पूरी तरह हटाए नहीं जा सके। जिसके चलते राहगीरों को बेहद परेशानी होती है। निगम और मेयर हाउस से चंद मीटर दूर फायर ब्रिगेड ऑफिस के सामने गिरा पाकड़ का पेड़ नहीं हटाया जा सका।

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अधिकारियों को रास्ते में गिरे पेड़ हटवाकर लकड़ी स्टोर में जमा करने के निर्देश थे। जिसे सर्दियों में अलाव जलाने में यूज करना था। साथ ही टेंडर कर बेचने के भी निर्देश थे। अभी तक टेंडर नहीं हुए। लकड़ी का ब्यौरा भी नहीं दिया। अधिकारियों से जवाब तलब होगा। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर