-पहली पाली में फिजिकल एजुकेशन का पेपर देने आए थे बीए फ‌र्स्ट ईयर के प्राइवेट स्टूडेंट्स

-स्टूडेंट्स की संख्या से फूले कॉलेज प्रशासन के हाथ-पांव

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ

बीसीबी मैनेजमेंट के उस वक्त हाथ पांव फूल गए, जब बिना पेपर के 7000 से अधिक बीए फ‌र्स्ट ईयर के प्राइवेट स्टूडेंट्स पेपर देने बीसीबी पहुंच गए। इन स्टूडेंट्स को पश्चिमी बैरियर के पास रोक दिया गया। साथ ही बरेली इंटर कॉलेज को गेट खुलवाकर कॉलेज कैंपस से बाहर किया गया, ताकि अन्य स्टूडेंट्स को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।

डेढ़ सौ स्टूडेंट्स ने छोड़ी परीक्षा

ट्यूजडे को बरेली कॉलेज में पहली, दूसरी और तीसरी पाली में बीएससी जूलॉजी, फिजिक्स और एंवॉयरमेंट साइंस का पेपर था। पहली पाली में 7000 से अधिक स्टूडेंट्स फिजिकल एजुकेशन का पेपर देने पहुंचे। चेकिंग के दौरान जब स्टूडेंट्स को रोका गया, तो पता चला कि वह बीए फ‌र्स्ट ईयर के प्राइवेट स्टूडेंट्स हैं। कॉलेज कर्मचारियों ने उन्होंने बैरियर पर रोका और बताया कि फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स को सेकेंड ईयर में पेपर देना होता है। तब जाकर छात्र लौटे। छात्रों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े, इसलिए कॉलेज मैनेजमेंट ने बरेली इंटर कॉलेज का गेट खुलवा दिया। वहीं बीबीसी की तीन पालियों में 150 स्टूडेंटस ने परीक्षा छोड़ी। इसके साथ ही एक नकलची पकड़ा गया।

सुचिता हुई तार-तार

एग्जाम में परीक्षा की सुचिता तार-तार हुई। इंविजिलेटर मोबाइल पर गेम खेलने में व्यस्त दिखे। वहीं स्टूडेंट्स ने जमकर नकल की। हालांकि कॉलेज मैनेजमेंट नकलविहीन परीक्षा कराने के दावे कर रहा है।

वर्जन

7000 से अधिक स्टूडेंट्स बगैर पेपर के कॉलेज आ गए। उन्हें समझाकर वापस कर दिया गया। उन्होंने लौटने में परेशानी न हो, इसलिए बरेली इंटर कॉलेज बरेली का गेट खुलवा दिया गया।

डॉ। एसके बैजल, एसएस फ‌र्स्ट पाली