-इनॉग्रेशन के एक महीने बाद भी नहीं शिफ्ट हुई डिस्ट्रिक्ट जेल

-कभी त्योहार तो कभी सिक्योरिटी का रोते हैं रोना

BAREILLY: बरेली डिस्ट्रिक्ट जेल का एड्रेस उद्घाटन के बावजूद भी नहीं बदल रहा है। बिथरी चैनपुर स्थित नई हाईटेक जेल का इनॉग्रेशन 19 नवंबर को जेल मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया ने किया था, लेकिन अभी तक जेल शिफ्ट नहीं हो पायी है। जेल प्रशासन इंतजाम पूरे न होने और पुलिस त्योहारों में फोर्स के बिजी होने का रोना रो रही है।

ओवर क्राउड की प्रॉब्लम होगी दूर

22,392 लाख रुपए की कीमत की बनी नई जेल काफी हाईटेक है। इसमें बंदियों के लिए पार्क की भी व्यवस्था की गई है। यहां की बैरक भी काफी अच्छी हैं। इसकी क्षमता 3500 बंदियों की है जो पुरानी जेल से करीब 3 गुना है। पुरानी जेल में बंदियों की क्षमता 1200 है। पुरानी जेल ओवर क्राउडेड है और यहां पर अभी करीब 2300 बंदी हैं। नई जेल में बंदियों के शिफ्ट हो जाने से ओवरक्राउड होने की प्रॉब्लम दूर हो जाएगी।

नहीं शुरू हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग

नई जेल बनकर तो तैयार है, लेकिन वहां इंटरनेट की प्रॉब्लम की वजह से काफी दिनों बाद भी वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा स्टार्ट नहीं हो सकी है। जिसकी वजह से वीडियो कांफ्रेंसिंग न होने की वजह से कोर्ट में बंदियों की पेशी होना मुश्किल हो जाएगा। मौजूदा जेल में अभी मानक से कम बंदी रक्षक हैं। अभी सिर्फ 54 बंदी रक्षकों के भरोसे 2300 बंदियों की सिक्योरिटी है। नई जेल की बिल्डिंग बड़ी है जिसकी वजह से यहां की सिक्योरिटी के लिए अधिक बंदी रक्षकों की जरूरत है। यही नहीं नई जेल से कोर्ट में वाहन में बंदियों को पेशी के लिए करीब 15 किलोमीटर दूर लाना होगा। ऐसे में वेन की सिक्योरिटी भी अहम होगी क्योंकि अभी कुछ दूर ही कोर्ट है।

नहीं मिल रही फोर्स

नई जेल में इंतजाम पूरे नहीं हुए है। इसके बावजूद शिफ्टिंग के लिए भी फोर्स की जरूरत पड़ने वाली है। यह फोर्स बरेली पुलिस के द्वारा उपलब्ध करानी है, लेकिन फोर्स न मिलने की वजह से भी शिफ्टिंग नहीं हो पा रही है। पहले 27 नवंबर जेल शिफ्ट की डेट रखी गई थी लेकिन उसके बाद से कोई फिक्स डेट घोषित नहीं हो सकी है। पुलिस तब से त्योहारों में लॉ एंड आर्डर के चलते फोर्स बिजी होने की बात कह रही है। अब पुलिस संडे को बंदियों की शिफ्टिंग की प्लानिंग कर रही है।

अभी जेल शिफ्टिंग की कोई डेट फिक्स नहीं हुई है। नई जेल में अभी इंतजाम भी पूरे नहीं हो सके हैं लेकिन फिर भी फोर्स मिलने पर जेल शिफ्ट की जाएगी।

डीआर मौर्या, जेल सुपरिंटेंडेंट