बरेली (ब्यूरो)। शहर में तेजी से बढ़ रही स्ट्रीट डॉग्स की संया बढ़ती जा रही है। इनकी संया कंट्रोल करने के लिए नगर निगम के अफसरों के पास ाी कोई प्लान नहीं है। यह स्ट्रीट डॉग्स अब ाूंाार ाी होते जा रहे हïैं। शायद यहï ही कारण है कि स्ट्रीट डॉग्ग बाइट के केसेस की संया बढ़ रही है। जिला अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने के लिए जो केसेस आ रहे हैं, उनमें सबसे अधिक मामले सिटी के तीन एरियाज के हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की तरफ से चलाए जा रहे मैन वर्सेज डॉग्स कैंपेन के तहत अब बरेलियंस ाी अपनी पीड़ा शेयर कर रहे हैं।

इन एरियाज में अधिक ातरा
जिला अस्पताल एंटी रैबीज वैक्सीनेशन कराने के लिए शहर के तीन एरिया के लोग सबसे अधिक आ रहे हैं। इसमें सुााषनगर, मढ़ीनाथ और संजय नगर है। डॉक्टर्स ने इसकी रिपोर्ट नगर निगम के अफसरों को ाी ोजी है। ताकि स्ट्रीट डॉग्स पर कंट्रोल किया जा सके। क्योंकि सबसे अधिक केसेस इन्हीं एरिया से आ रहे हैं।

किया जा रहा बधियाकरण
नगर निगम पशुधन कल्याण अधिकारी की मानें तो नगर निगम समय समय पर स्ट्रीट डॉग्स को पकडक़र उनका बधियाकरण और वैक्सीनेशन कराता है। उन्हें फिर उसी एरिया में छोड़ देता है, जहां से उन्हïें पकड़ा जाता है। इसके लिए सीबीगंज एरिया में 10 डॉग्स राने का शेल्टर होम ाी बना हुआ है। अब इस शेल्टर होस की कैपसिटी बढ़ाई गई है। इसमें अब 25 डॉग्स को राा जा सकता है ताकि अधिक से अधिक डॉग्स का बधियाकरण और वैक्सीनेशन किया जा सके।

निजी एजेंसी करती है काम
नगर निगम की तरफ से एक निजी एजेंसी को स्ट्रीट डॉग्स को पकडऩे का काम दिया गया है। यह एजेंसी नगर निगम से टेंडर मिलते ही अपना काम शुरू करती है। एजेंसी को नगर निगम प्रति स्ट्रीट डॉग पकडऩे का 1040 रुपए का ाुगतान करती है। इसमें वह डॉग्स को पकडक़र उनका बधियाकरण और वैक्सीनेशन ाी करते हैं।

लोगों ने बताया दर्द
शहर के पीलीाीत बाईपास रोड निवासी विनीत शुक्ला ने बताया कि उनकी कॉलोनी में इतने स्ट्रीट डॉग्स आते हैं कि बच्चों को घर से निकालते डर लगता है। वहीं गजेन्द्र ने बताया कि एमजेपीआरयू कैंपस में ाी स्ट्रीट डॉग्स का आतंक है स्ट्रीट डॉग्स ने कई लोगों को नोच कर घायल कर दिया था। लेकिन नगर निगम इन पर कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया।

वैक्सीनेशन इसलिए जरूरी
एक्सपर्ट की मानें तो पेट डॉग्स का वैक्सीनेशन कराना जरूरी है। क्योंकि अगर आपने पेट डॉग्स का वैक्सीनेशन करा लिया है तो उससे रैबीज का ातरा कम हो जाता है। अफसरों का कहना है कि पेट डॉग का रजिस्ट्रेशन नगर निगम में जरूर कराएं ताकि उसका वैक्सीनेशन कराया जा सके। अगर कोई डॉग घर में राता है तो ाी उसका वह ाुद वैक्सीनेशन करा सकता है।