बरेली (ब्यूरो)। बरसात से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने दो सौ करोड़ रुपए का नाला सफाई टेंडर पास किया है। 19 दिन बीत जाने के बाद के आधा दर्जन नाले भी पूरी तरह से साफ नहीं हुए हैं। गिनती भर नालों में सिर्फ नाम मात्र को ही सफाई हुई है। साफ हो चुके नालों की बात की जाए। तो तला साफ सफाई में वह भी पूरी तरह से नाम मात्र को ही हुई है। जबकि मानसून सिर पर पूरी तरह से सिर पर है। मौसम वैज्ञानिकों का आनुमान है कि प्री मानसून 15 से 20 तक आ जाऐगा, और पूरी तरह से मानसूनी 20 से 25 तक आने की संभावना है। बावजूद इसके नालों की सफाई कछुआ चाल में कराई जा रही है।

तलाब बन जाएगा बदायूं रोड
बता दें कि शहर में सबसे बड़े नालों में बदायूं रोड स्थित नाला भी शामिल है। बीतें कई वर्ष से नाले की सही तरह से सफाई न होने की वजह से बदायूं रोड नाला तलाब में तब्दील हो रहा है। हालत यह रही है कि डेढ़ से दो माह तक बदायूं रोड पर नाले का पानी भरा होने की वजह से रोड पूरी तरह से उखडक़र रोड गड्डों में तब्दील हो गई थी। जिस वजह से कई लोगों हादसों का शिकार भी हुए थे। जिससे सरकार को करोड़ों रुपए खर्च कर दोबारा रोड बनवानी पड़ी थी। बता दें कि मौजूदा समय में भी बदायूं रोड पर नाले की यहीं स्थिति है। नाले पूरी तरह से चोक है। अगर समय रहते ही मानसून आता है, तो नालों का गंदा पानी एक बार फिर से रोड को तलाब में तब्दील कर देगा।

कॉलोनियों में भर जाता है पानी

सुभाषनगर का पुरानी चांदमारी क्षेत्र मेें स्थिति नाले का भी यहीं हाल है। यह नाला भी पूरी तरह से भरा हुआ है। नाले में ऊपर तक कूड़ा और पानी दिखाई दे रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह नाला बरसात से पहले ही गर्मी और सर्दी के दिनों में भी अक्सर भर जाता है। जिस वजह से आसपास गंदा पानी भर जाता है। यही नहीं बरसात के दिनों यहां पर और भी ज्यादा बुरा हाल हो जाता है। बरसात के दिनों में नाले का गंदा पानी आसपास के क्षेत्र के साथ.साथ कॉलोनियों तक में पहुंच जाता है। जिस वजह से लोगों को काफी दिक्कते होती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते दिक्कत दूर नहीं हुई। एक बार फिर से परेशानी का सामना करना पड़ेगा।


2 सौ करोड़ की नाला सफाई

बीती 23 मई को नगर निगम ने 2 सौ करोड़ रुपए का नाला सफाई का टेंडर दिया था। इसके तहत टेंडर लेने वाली कंपनी को शहर के 23 बड़े समेत 229 नालों की सफाई बरसात से पहले करना है। बता दें कि टेंडर होने के बाद नालों की सफाई शुरु हो गई है। लेकिन नालों की सफाई में खाना पूरी और कछुआ चाल शहर को एक बार फिर से पानी की मुसीबत में फंसा सकती है।

नाला सफाई का काम चल रहा है। ठेकेदार को निर्देश दिए गए है कि समय से नाला सफाई का काम पूरा करें।
निधि गुप्ता वत्स, नगर आयुक्त