गांधी उद्यान में पूर्व वीसी शशांक विक्रम को नगर आयुक्त व बीडीए अधिकारियों ने दी विदाई

BAREILLY:

गांधी उद्यान में 135 फीट ऊंचे बन रहे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा और इसके फ्लैग स्क्वॉयर का वेडनसडे को इनॉग्रेशन हो गया। साउथ अफ्रीका रवाना होने से पहले पूर्व बीडीए वीसी शशांक विक्रम ने ही वेडनसडे शाम गांधी उद्यान में तिरंगा फहराने की औपचारिक रस्म अदा कर दी। पूर्व बीडीए वीसी को डरबन में इंडियन एम्बैसी में बतौर काउंसलर जर्नल पद की जिम्मेदारी मिली है। डेपुटेशन पर 20 मार्च 2015 से बीडीए में आए शशांक विक्रम को उनकी विदाई के मौके पर साथी अधिकारियों ने गांधी उद्यान में ही फेयरवेल पार्टी दी। इस मौके पर बीडीए सचिव गरिमा यादव, नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव समेत अन्य मौजूद रहे। इससे पहले 23 मई को सीएम का कार्यक्रम स्थगित होने पर मेयर डॉ। आईएस तोमर के हाथों तिरंगा फहराए जाने के कयास लग रहे थे।

पहली बारिश में खुली पोल

सीएम के हाथों सूबे के दूसरे सबसे ऊंचे तिरंगे का इनॉग्रेशन कराने की बीडीए की तैयारियों की वेडनसडे को कलई खुल गई। प्री मानसून की पहली बारिश ने बीडीए खासकर पूर्व वीसी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट की खामियों को उजागर कर दिया। बारिश के चलते फ्लैग फाउंडेशन में बनाए जा रहे घटिया निर्माणकार्य की पोल खुल गई। बारिश के चलते फाउंडेशन की नींव ही धसक गई। वहीं फ्लैग स्क्वॉयर में एंट्री का मेन रास्ता और इस पर लगाई गई टाइल्स बुरी तरह धंस गई। नींव में लगाई गई ईट और उस पर लगाया सीमेंट हल्की बारिश की मार भी न सह सका। यह हाल तब है जबकि इस पूरे प्रोजेक्ट पर बीडीए ने करीब 80 लाख रुपए लगा दिए। घटिया मानक पर बीडीए अधिकारियों ने सफाई दी कि पानी जमा होने से मिट्टी धंस गई। इससे फाउंडेशन की नींव उखड़ गई।