बरेली (ब्यूरो)। नादान उम्र में प्रेमी जोड़े ने एक साथ जिंदगी गुजारने का फैसला कर लिया और घर छोडक़र फरार हो गए। बरेली से आनंद बिहार और फिर यहां से वह कोलकत्ता हावड़ा पहुंचे। इस दौरान दोनों असल जिंदगी से रूबरू हुए। इसके साथ ही दोनों का साथ और जिंदगी जीने का हौसला टूट गया। चर्चा है कि इस दौरान दोनों में किसी बात पर विवाद हुआ। इसके बाद आरोपित बरेली आ गया। इस दौरान पुलिस ने पुलिस ने आरोपित को लेकर पूछताछ की। इसके बाद पुलिस आरोपित को लेकर कलकत्ता पहुंची। जहां से छात्रा की लाश बरामद हुई। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है। थाने पहुंचे परिनजों ने हत्या का आरोप लगाकर कार्रवाई करने की मांग की है।

परिजनों ने किया था विरोध
कैंट थाना क्षेत्र के चनेहटी गांव की रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी कक्षा नौ की छात्रा थी। गांव के ही रहने वाले एक नाबालिग लडक़े से उसे प्रेम प्रसंग हो गया। पुलिस ने बताया कि इस जानकारी होने पर परिजनों ने विरोध किया। इसके कुछ दिनों तक दोनों ने आपस में बातचीत नहीं की। लेकिन बात में दोनों फिर बात करने लगे।

27 जून को फरार हुए
एफआईआर के मुताबिक 27 जून को छात्रा ने घर से करीब 12:30 बजे निकली थी। छात्रा ने परिजनों को बताया था कि वह स्कूल का स्टेशनरी का सामान लेने जा रही है। इसके बाद वह वापस लौटकर नहीं आई। इस दौरान परिजनों ने बेटी की तलाश शुरू की, तो पता चला कि गांव का ही रहने वाला एक किशोर उसे बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया है। इस मामले में पुलिस ने 28 जून को छात्रा के पिता की ओर से मुख्य आरोपित समेत उसकी माता-पिता और दो भाईयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद से ही कैंट पुलिस आरोपित की तलाश में जुटी थी।

2 जुलाई को हुई मौत
पुलिस ने बताया कि 2 जुलाई को नाबालिग प्रेमी जोड़े ने चलती कलकत्ता के हावड़ा में जीआरपी थाना शालीमार के अंतरगत संतरगाढ़ी में छलांग लगा दी। इस दौरान छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि आरोपित प्रेमी चोटिल हो गया था।

छोड़ भागा शव
पुलिस को पूछताछ में आरोपित ने बताया कि छात्रा की मौत के बाद वह डर गया। इसके बाद वह उसका शव कलकत्ता में छोडक़र मौके से फरार हो गया। इसके बाद वह 4 जुलाई को अपने घर पहुुंचा। इसकी भनक लगने पर छात्रा के घर वालों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपित से पूछताछ की। इस दौरान पहले तो आरोपित पुलिस को गुमराह करता रहा। लेकिन जबकि पुलिस ने उसकी तलाशी ली, तो उसे अंडर वियर में फंसा हुआ हावड़ा का टिकट मिला, इसके बाद पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की। तो आरोपित ने पूरी कहानी बयां की।

बेटी की शिनाख्त
पूरे मामले की जानकारी होने पर कैंट थाने में तैनात दरोगा नरेन्द्र कुमार और आजाद टीम के साथ कलकत्ता गए थे। इस दौरान उनके पिता भी संग गए थे। जहां जीआरपी के शालीमार थाना क्षेत्र की पुलिस से टीम ने संपर्क किया। जीआरपी पुलिस ने लवारिश शव मिलने की जानकारी दी। इसके बाद किशोरी के पिता ने बेटी के शव की शिनाख्त की। पोस्टमार्टम के बाद मंडे की शाम परिजनों ने बेटी के शव का कलकत्ता में ही अंतिम संस्कार कर दिया।


तो चुनी मौत
दोनों घर से फरार होने के बाद लगातार रहने के लिए ठिकाने की तलाश कर रहे थे। इस दौरान दोनों कलकत्ता के एक होटल में पहुंचे। जहां तीन हजार रुपए देकर कुछ घंटों तक दोनों रूके। पुलिस ने बताया कि इसके बाद होटल वाला दोनों से और पैसे मांग रहा था। पैसे न होने पर दोनों को मजबूरन होटल का कमरा छोडऩा पड़ा। इसके बााद उन्हें एहसास हुआ। बिना पैसे के आगे नहीं जी सकेंगे और घर वापस आने पर लडक़ा और लडक़ी दोनों ही अंजाम से वाकिफ थे। यही वजह है कि दोनों ने मौत का रास्ता चुना।

छात्रा को गांव का ही नाबालिग बहला-फुसला कर साथ ले गया था। इसके बाद वह हावड़ा पहुंचे थे। जहां दोनों ने चलती ट्रेन से छलांग लगाकर सुसाइड की कोशिश की। इस दौरान छात्रा की मौत हो गई। टीम कलकत्ता रवाना की गई है।
पंकज श्रीवास्तव, सीओ फस्र्ट