बरेली (ब्यूरो)। प्रेमी युगल की मोहब्बत मेें उनके अपने रिश्तेदार हïी रोड़ा बन गए। प्रेम प्रसंग की जानकारी होने पर रिश्तेदारों ने प्रेमी और प्रेमिका पर कई तरह की बंदिशे लगा दी। दोनों ने अपने-अपने रिश्तेदारों से शादी को लेकर लाख मिन्नतें की, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। उनकी मिन्नतों को बिना किसी तवज्जो के ठुकरा दिया गया। घर वालों की रजामंदी न मिलने पर दोनों ने एक साथ अपनी जान देकर प्रेम कहानी का अंत कर लिया।

परिजनों ने लगाईं पाबंदियां
आंवला के बारीखेड़ा निवासी डोरीलाल की भतीजी की शादी करीब सात किलोमीटर दूर कुसम्बरा गांव में हुई थी। इसके बाद से ही सूरज का अपनी बहन के घर आना-जाना रहता था। परिजनों के अनुसार इस दौरान सूरज का बहन की ननंद छाया पुत्री नन्हे लाल मौर्य से प्रेम-प्रसंग हो गए थे। कुछ समय पहले दोनों के प्रेम प्रसंग की बाबत परिजनों को जानकारी हो गई। इसके बाद दोनों ही परिवारों ने एक-दूसरे से बातचीत की। इस दौरान दोनों परिवारों के बीच में मनमुटाव हो गया। उसके बाद से ही प्रेमी युगल पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई। बावजूद इसके दोनों का चोरी छिपे मिलना और बातचीत का दस्तूर जारी रहा। दोनों ही मोबाइल फोन के जरिए चोरी छिपे बातचीत करते रहे।

घर से निकलना किया बंद
प्रेम प्रसंग उजागर होने के बाद दोनों पर पाबंदी लगी तो प्रेमी युगल बेचैन हो उठे। अब उन्होंने खुलकर अपनी मोहब्बत के बारे में अपने-अपने परिजनों के समक्ष बात रखी। उन्होंने एक दूसरे के साथ शादी करने का प्रस्ताव घर वालों के आगे रखा, जिसको परिजनों ने बिना किसी सोच विचार के ठुकरा दिया। इसके बाद से ही युवती के परिजनों ने उसका घर से निकलना भी बंद कर दिया था।

तय हो गया था रिश्ता
सूरज और छाया के प्रेम प्रसंग के बाद परिजनों ने दोनों की अलग-अलग जगह शादी करने का मन बना लिया। इस को लेकर सूरज के घर वालों ने उसका दूसरी जगह रिश्ता तय कर दिया था। इसको लेकर सूरज के साथ ही छाया भी काफी परेशान रहने लगी थी। चर्चा है कि जहां सूरज का रिश्ता तय हुआ था, वहां पर उसने अपने प्रेम प्रसंग के बावत पूरी जानकारी देकर रिश्ता तोड़ लिया था।

एक साथ लगाया मौत को गले
छाया और सूरज दोनों ही अपने-अपने घर वालों से मिन्नते कर हार गए थे। दोनों इस बात का समझ गए थे कि किसी भी हाल में वे इस जन्म में एक दूसरे के नहीं हो सकते। यह ही वजह है कि दोनों ने आत्महत्या करने का फैसला कर लिया। थर्सडे की शाम सूरज और छाया ने एक दूसरे से बातचीत की थी। उसके बाद दोनों अपने-अपने घरों से निकल गए। काफी तलाश करने के बाद भी दोनों का कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद रात में करीब 11 बजे पुलिस ने उनके घर वालों को दोनों के ट्रेन से कटने की जानकारी दी।

रेवती खेड़ा में सुसाइड
सूरज अपने गांव बारीखेड़ा और छाया कुसंबरा गांव से रेवतीखेड़ा स्टेशन के पास पहुंचे। दोनों ही तीन-तीन किलोमीटर चलकर यहां पहुंचे थे। इसके बाद ट्रेन के आने का इंतजार किया। बताते हैं कि रात में सद्भावना एक्सप्रेस के आगे दोनों ने छलांग लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दौरान पुलिस ने दोनों के परिजनों को घटना की जानकारी देकर बुला लिया।

धड़ से अलग हुए अंग
ट्रेन से कटने के बाद सूरज और छाया की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों के शरीर के अंग कटकर अलग-अलग हो गए। दोनों की बॉडीज रेलवे ट्रैक से थोड़ी दूरी पर मिले, जबकि सूरज का सिर रेलवे ट्रैक पर कटा हुआ बरामद हुआ। आंवला इंस्पेक्टर वीरेश कुमार ने बताया कि युवक और युवती ने सुसाइड किया है। दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराकर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

प्यार का अंत मौत कैसे
कहते हैं प्यार जिंदगी देता है, लेकिन वह ही प्यार दो प्रेमियों को आखिर मौत कैसे दे सकता है इसको लेकर सोशलॉजिस्ट प्रो। रविंद्र बंसल ने बताया कि युवा अपने प्रेमी अथवा प्रेमिका के साथ ही माता-पिता को भी बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। इस कारण से ही इस तरह की घटनाएं होती है। वे दोनों को छोडऩा नहीं चाहते है। ऐसे मामलों में पेरेंट्स और रिश्तेदारों को अपनी संतानों को प्यार से समझाने की जरूरत होती है। अगर बच्चे बालिग हैं तो कानून का सहारा भी ले सकते हैं।

प्रेमी युगल ने ट्रेन के आगे कट कर सुसाइड कर लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों की शिनाख्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे, जिसका परिजन विरोध कर रहे थे। इसी वजह से दोनों ने सुसाइड कर लिया।
मानुष पारीक, एसपी साउथ जोन