बरेली (ब्यूरो)। शहर की आबोहवा बरेलियंस के लिए खतरे की घंटी बजा रही है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि यहां की आबोहवा में पॉल्यूशन का स्तर लगातार बढ़ रहा है। दो नवम्बर को सिविल लाइंस एरिया का एक्यूआई 251 तो तीन नवम्बर को राजेन्द्र नगर का एक्यूआई 117 रहा। सिविल लाइंस का यह एक्यूआई तो अनहेल्दी लेवल के पार है तो राजेन्द्र नगर का भी पुअर लेवल को क्रॉस कर रहा है। एम्स की रिसर्च के अनुसार खराब आबोहवा में लगातार सांस लेने से डायबिटीज का खतरा बढ़ रहा है। इससे भी चिंता की बात यह है कि ऐसी हवा में सांस लेने से युवा भी डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं। इस रिसर्च के अनुसार ही पीएम 2.5 पार्टिकल्स वाली हवा में सांस लेना सिगरेट पीने से कम खतरनाक नहीं है।

टाइप टू डायबिटीज का खतरा
एम्स में हुई रिसर्च के अनुसार पीएम 2.5 पार्टिकल्स वाली हवा आपको टाइप टू डायबिटीज का भी शिकार बना सकती है। इस रिसर्च के जरिए प्रदूषण और डायबिटीज के बीच संबंध खोजने का प्रयास किया गया। इसके आधार पर ही यह रिजल्ट निकला कि पीएम 2.5 पार्टिकल्स सबसे खतरनाक हैं।

क्या है पीएम 2.5
पीएम 2.5 का पूरा नाम पार्टिकुलेट मैटर है। यह धूल, मिट्टी केमिकल्स आदि के छोटे-छोटे कण हैं, जो हवा में हर वक्त मौजूद रहते हैं। ये कण इतने बारीक होते हैं कि एक कण 2.5 माइक्रोमीटर या उससे भी छोटा हो सकता है। ये बारीक कण सांस के जरिए आसानी से हमारे फेफड़ों में पहुंच जाते हैं। इसके बाद यह कण फेफड़ों के रास्ते हमारे ब्लड में पहुंच जाते हैं और फिर ब्लड के जरिए ये कण और कोशिकाओं तक पहुंच जाते हैं। लंबे समय तक पीएम 2.5 प्रदूषण में सांस लेने से स्ट्रोक, हृदय रोग और लंग कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है।

सिविल लाइंस की हवा खराब
शहर का सिविल लाइंस सबसे डवलप्ड और पॉश एरिया है। इन दिनों यहां का एनवायरमेंट ही सबसे खराब स्थित में है। मौसम विभाग के अनुसार यहां के एनवायरमेंट में पॉल्यूशन की स्थिति अन्य जगहों से अधिक खराब है। फ्राइडे को सिविल लाइंस का एक्यूआई अनहेल्दी लेवल से ऊपर पहुंच गया। इसका मुख्य कारण शहर में कराए जा रहे बड़े निर्माण कार्यों में मानकों की अनदेखी को माना जा रहा है। इसके अलावा शहर में बेरोकटोक दौड़ रहे हजारों ऐसे वाहन जो अपनी उम्र पूरी कर चुके हैं, वह भी एनवायरमेंट के लिए बड़ी मुसीबत बन रहे हैं। इससे शहर का एक्यूआई लगातार बढ़ रहा है।

एक्यूआई की स्थिति
तिथि सिविल लाइंस राजेंद्र नगर
30- अक्टूबर 00 112
31- अक्टूबर 00 112
01-नवम्बर 00 85
02 अक्टूबर 251 99
03 अक्टूबर 139 117

पॉल्यूशन की स्थिति
राजेन्द्र नगर एवरेज मिनिमम मैक्सिमम
पीएम 2.5- - 91 64 126
पीएम 10- 118 81 147
एनओ टू 66 37 122
एनएच थ्री 1 1 1
एसओ टू 34 32 36
सीओ 45 14 104
ओजोन 14 6 20

सिविल लाइंस एवरेज मिनिमम मैक्सिमम
पीएम 2.5- - 137 60 249
पीएम 10- 120 84 164
एनओ टू 31 25 45
एनएच थ्री 1 1 1
एसओ टू 34 32 36
सीओ 35 16 104
ओजोन 6 01 13


इस समय टेंपरेचर डाउन होता जा रहा है। इसके साथ ही ह्यूूिमडिटी हाई और विंड स्पीड कम होती जा रही है। इसीलिए जो पार्टीकुलेट मेटल या फिर वाहनों के धुएं में निकले वाले छोटे कण जो पीएम 2.5 होते हैं, वह ऊपर नहीं उठ पाते हैं। यह छोटे कण एक्यूआई बढऩे का मेन कारण होते हंै। वाहनों से निकलने वाले धुएं से भी पीएम 2.5 ही निकलता है। इसीलिए एक्यूआई बढऩे लगा है। फसलों के अवशेष और कूड़ा जलाने से भी एक्यूआई बढ़ रह है।
डॉ। आलोक खरे पर्यावरणविद

सिविल लाइंस एरिया में निर्माण के चलते एक्यूआई थोड़ा बढ़ा है। इसके लिए लगातार निगरानी की जा रही है। ह्यूूमिडिटी बढऩे के साथ ही हवा की स्पीड भी कम हो गई है। इसके साथ ही निर्माण के कारण कुछ एरिया में डस्ट उड़ रही है। इससे एक्यूआई बढ़ा है।
रोहित सिंह, रीजनल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड अधिकारी