बरेली (ब्यूरो)। स्पोट्र्स स्टेडियम में अखिल भारतीय आमंत्रण प्राइजमनी फुटबॉल टूर्नामेंट में दूसरे दिन भी दो मैच खेले गए। इनमें पहला मैच सीआईएसएफ और यूपी हॉस्टल के बीच खेला गया। इसमें सीआईएसएफ विनर रहा। वहीं दूसरा मैच सेल फुटबॉल एकेडमी बोकारो और सीआरपीएफ के बीच खेला गया। इस मैच में सीआरपीएफ ने बाजी मारी। टूर्नामेंट में दूसरे दिन के चीफ गेस्ट आलमपुर के पूर्व ब्लॉक प्रमुख आदेश सिंह, महानगर क्रीड़ाभारती अध्यक्ष डॉ। प्रेमेन्द्र माहेश्वरी, क्रीड़ाभारती उपाध्यक्ष रामपाल सिंह यादव, ब्रजप्रांत क्रीड़ाभारती विभाग संयोजक धर्मेन्द्र शर्मा रहे।

सीआईएसएफ ने दूसरे दिन भी मारी बाजी
पहले दिन जीत हासिल करने वाली सीआईएसएफ ने दूसरे दिन भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। टूर्नामेंट के दूसरे दिन का पहला मैच सुबह 11 बजे से सीआईएसएफ और संयुक्त छात्रावास के बीच शुरू हुआ। रोमांचक मैच में 90 मिनट के खेल में दोनों ही टीमें गोल नहीं कर सकी। इसके बाद ट्राई बेकर में सीआईएसएफ की ओर से सुमित दुबे, विशाल यादव और नावमान ने गोल किए। वहीं सयुक्त फुटबॉल छात्रावास की ओर से ऋषभ राय ने गोल किया। इसके बाद सीआईएफएस ने 3-1 के स्कोर से विजयी होकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।

सीआरपीएफ का भी रहा दबदबा
टूर्नामेंट में दूसरा मैच सीआरपीएफ और सेल (स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) बोकारो के बीच दोपहर दो बजे से शुरू हुआ। मैच स्टार्ट होने के तीन मिनट में ही सीआरपीएफ के एल धनराज ने पहला गोल दागा। इसके बाद 27 मिनट पर सीआरपीएफ के अमित ज्ञान ने गोल किया। वहीं मैच के 49, 56 और 62 वें मिनट में राजेेन्द्र रोहित, राजेश मुरमुर और अमितज्ञान ने लगातार गोल कर अपनी टीम को 6-0 से बढ़त दिलाकर मैच में एकतरफा जीत हासिल कर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। सेल एकेडमी की टीम ने गोल करने के कई मौके खो दिए। इससे वह एक भी गोल नहीे कर सकी।

रेफरीज ने निभाया इंपॉर्टेंट रोल
टूर्नामेंट के दूसरे दिन के मैचेज में मनोज तीवारी, निताई सरदार, हाजी मुन्नवर, देवुजीत सिंह यादव, अजय यादव, एमडी खान, महेश चंद, शशि मोहन मिश्रा ने रेफरी की भूमिका निभाई। मैच के ऐसेसर केके पाण्डेय रहे। इसके अलावा मैच कमिश्नर की भूमिका भूपेन्द्र यादव ने निभाई। उन्होंने बताया कि मैच कमिश्नर के तौर पर यह उनका पहला एक्सपीरियंस हैै। वहीं मैच ऐसेसर केके पाण्डेय ने कहा कि पूरे टूर्नामेंट को बिना किसी व्यवधान के कराना ही उनकी जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को वह ईमानदारी पूर्वक निभा रहे हैं।

यह रहे मैच के हीरोज
मेरा बचपन से ही सपना था कि मैैं फुटबॉल खेलूं। हमारी पूरी टीम ने अच्छा खेला। वहीं हम लोग लगातार प्रयास कर रहे हैैं कि हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करें। अभी तो लक्ष्य बहुत आगे का है। स्टेट के बाद नेशनल, इंटरनेशनल स्तर के मैचेज खेलने हैं।
तरनजीत सिंह, सीआईएसएफ गोलकीपर

फुटबॉल मेरा ड्रीम है, जिसे मैैं जी रहा हूं। आज मुझे बुहत ही अच्छा फील हो रहा है। हमारी टीम ने बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया और एक के बाद एक गोल किए। वहीं कल का मैच भी हमारे नाम ही रहेगा।
इंद्रजीत सिंह, स्ट्राइकर, सीआरपीएफ


इनकी रही मौजूदगी
लीग में आरएसओ जितेंद्र यादव, जिला फुटबाल संघ के सचिव मून रोबिनसन, उपक्रीड़ाधिकारी शमीम अहमद, सुमित चौरसिया, जीवन रक्षक, हरिशंकर, सोनेंद्र श्रोतिया, राजेश यादव, अभिलाषा यादव, अविनाश कुमार, आदर्श आदि मौजूद रहे।

वर्जन
मैच में प्लेयर्स के साथ ही रेफरीज का बहुत ही इंपॉर्टेंट रोल रहता है। वैसे तो मैैंने देश को नेशनल लेवल तक रिप्रेजेंट किया है। यहां पर एक से बढ़ कर एक टीम्स पार्टिसिपेट कर रही हैं। सभी प्लेयर्स बेहतरीन खेल का प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
देवुजीत सिंह यादव, नेशनल रेफरी

दो टीमों के बीच मैच में रेफरी एक जरूरी पिलर होता है। कई बार निष्पक्ष होने के बाद भी टीम सोचती हैं की उनके साथ भेदभाव हो रहा है, लेकिन ऐसा नहीं होता है। हमें टीम को कंट्रोल करते हुए गेम को आगे बढऩा होता है।
महेश चंद, रेफरी, यूपीएफएस