बरेली (ब्यूरो)। धन त्रयोदशी यानी धनतेरस पर्व आज मनाया जाएगा। इस वर्ष यह तिथि पूर्णतया प्रदोष व्यापिनी है। ज्योतिष के अनुसार 10 नवंबर को प्रदोष काल शाम 5:24 बजे से 8:08 बजे तक रहेगा। इस दिन राशि के अनुसार खरीदारी करना शुभ और फलदायी रहेगा।

चातुर्मास का होगा समापन
धन तेरस पर चातुर्मास का भी समापन होता है। इस दिन से पंच दिवसीय दीपावली पर्व का शुभारंभ भी होता है। धन त्रियोदशी प्रदोष व्यापिनी कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी के दिन मनाई जाती है। इसी दिन यमदीप दान भी मनाया जाता है।

आयुर्वेद के थे जनक
पौराणिक मान्यता के अनुसार धन त्रियोदशी तिथि में ही भगवान धनवंतरि का जन्म हुआ था। उन्हें ही आयुर्वेद चिकित्सा पद्यति का जनक माना जाता है। बालाजी ज्योतिष संस्थान के पं। राजीव शर्मा का कहना है कि समुद्र मंथन के दौरान भगवान धनवंतरि इसी दिन समुद्र से अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन को धनवंतरि जयंती भी कहा जाता है।

पूजा मुहुर्त
प्रात: काल 06:40 बजे से 10:42 बजे तक शुभ मुहूर्त
बर्तन एवं आभूषण क्रय मुहुर्त अपराह्न 12:03 बजे से 1:24 बजे तक
सायंकाल 4:47 बजे से सांय 5:32 बजे तक यम दीप दान मुहुर्त
सायंकाल 5:24 बजे से 8:08 बजे तक प्रदोष काल
कुबेर पूजन मुहुर्त रात्रि 8:45 बजे से रात्रि 10:24 बजे तक

पूजन सामग्री
चौकी, पीला रेशमी वस्त्र, रोली, मौली, पान, सुपारी, पुष्प, धूप, दीप, चावल, चन्दन, हल्दी, दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, नैवेद्य, शुद्ध जल, आवश्यक पात्र आदि। इस दिन दीर्घायु की प्राप्ति एवं आरोग्यपूर्ण जीवन हेतु प्रात: काल शरीर पर तेल लगाकर, स्नान करके भगवान, धन्वन्तरी का ध्यान एवं पूजन करना चाहिए। सर्वप्रथम चौकी पर स्वच्छ वस्त्र बिछाकर भगवान धनवंतरि का चित्र स्थापिता कर रोली, मोली, अक्षत, चन्दन आदि से उनका पूजन करना चाहिए।

धन त्रियोदशी पर करें दीपदान
स्कन्द पुराण के अनुसार कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी के प्रदोष काल में यमराज के निमित्त दीप और नैवेद्य समर्पित करने पर अकाल मौत का नाश होता है। यमदीप दान केवल प्रदोष काल मुहुर्त सायं 5:24 बजे से रात्रि 08:08 बजे तक ही करना चाहिए। यमदीप दान के लिए मिट्टी का एक बड़ा दीपक लेकर उसको स्वच्छ जल से धोने के बाद उसमें दो रूई की बत्तियां बनाकर चौमुखा दीपक जलाएं।

पर्व पर रखें ध्यान
जरूरत वाली वस्तुओं पर ही धन खर्च करना चाहिए
किसी को भी न तो धन उधार दें और न ही किसी से उधार लें।
दोपहर में धातु के बर्तन एवं सोने चांदी के गहने खरीदना करना शुभ माना जाता है
धनत्रयोदशी पर सायंकाल घर को दीपक की रोशनी से जगमग करें।

राशि अनुसार करें खरीदारी
मेष राशि-चांदी के बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदना लाभदायक
वृष राशि-चमकीले वस्त्र, चांदी व तांबे के बर्तन खरीदना शुभ
मिथुन राशि-सोने के गहने, केसर, वाहन, खरीदना शुभ
कर्क राशि-चांदी के गहने या सिक्के और घरेलू इलेक्ट्रिकल आइटम खरीदना शुभ
सिंह राशि-ताबे, कांसे के बर्तन, कपड़े और सोने की कोई चीज खरीदना शुभ
कन्या राशि- गणेश जी की मरगज की मूर्ति, चांदी की कोई वस्तु और रसोई का सामान खरीदना शुभ
तुला राशि-सौन्दर्य का सामान, चांदी के बर्तन, सिक्के या सोने का सामान, अथवा सजावटी सामान खरीदना शुभ
वृश्चिक राशि-इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सोने के गहने खरीदना शुभ
धनु राशि-सुगंंधित सामान, सोने के सिक्के, गहने खरीदना शुभ
मकर राशि-वाहन, कपड़े, चांदी के बर्तन, गहने खरीदना शुभ
कुंभ राशि-प्रसाधन के सामान, दो पहिया वाहन, सौन्दर्य प्रसाधन का सामान आदि
मीन राशि-चांदी के सिक्के, सोना, चांदी के बर्तन एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदना शुभ