बरेली (ब्यूरो)। निर्माणाधीन कुतुबखाना पुल की डेडलाइन 31 दिसंबर को एक बार फिर से वनमंत्री डा। अरुण कुमार व कैंट विधायक स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे। घंटाघर से कुतुबखाना चौराहे के हिस्से को अधूरा देख ठेकेदार को फटकार लगाई। ठेकेदार के जनवरी में ही काम पूरा करने के दावे पर कहा कि तारीख पर तारीख नहीं बताओ, यह बताओ ट्रैफिक कब से दौड़ेगा जिससे हम यहां फीता काट सकें। इस पर कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों ने जनवरी में काम पूरा होने और 15 फरवरी तक ट्रैफिक दौडऩे की संभावना जताई। उधर तय तिथि खत्म होने के बाद स्मार्ट सिटी के अफसर निर्माण की समीक्षा के अनुसार के कार्यदायी संस्था पर जुर्माना लगाने की तैयारी में जुट गए हैं।

जताई नाराजगी
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 111 करोड़ रुपये से 1280 मी। लंबे पुल का निर्माण किया जा रहा। पुल को वर्ष 2023 जून के बाद दिसंबर में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया था। निर्माण में देरी को लेकर अब तक कार्यदायी संस्था पर दो बार में 55 लाख का जुर्माना भी लगाया जा चुका है। रविवार को तय तिथि के अंतिम दिन प्रदेश के वनमंत्री व शहर विधायक डा। अरुण कुमार व कैंट विधायक संजीव अग्रवाल कुतुबखाना पुल का निरीक्षण करने पहुंचे। कोहाड़ापीर की ओर से पुल ऊपरी हिस्से के साथ सर्विस लेन की प्रगति देखी।

जल्द पूरा करने के निर्देश
इंजीनियरों से निर्माण पूरा होने की तिथि पूछा तो जनवरी में पूरा होने का दावा किया। इस पर वनमंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बार-बार तारीख नहीं बताएं, एक तारीख ऐसा बताएं जिस तिथि को फीता काट ट्रैफिक दौड़ाया जा सके। इस दौरान निर्माण में गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं करने के निर्देश दिए। कहा कि यह पुल शहर के विकास में अहम कड़ी बनने जा रहा है। घंटाघर से कुतुबखाना के बचे हुए करीब डेढ़ सौ मीटर के ऊपरी हिस्से को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान स्मार्ट सिटी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील यादव, सेतु निगम के डीपीएम अरुण कुमार व अन्य अफसर रहे।