बरेली (ब्यूरो)। एक पिता अपने आंगन की &कली&य को जब शादी कर विदा कर रहा होता है तब उसके दिल की हालत का अंदाजा किसी को नहीं होता। उस वक्त भले ही वह खुद को मजबूत दिखाते हुए आंसुओं को पीने की नाकाम कोशिशें करे, लेकिन बेटी के विदा होने के बाद एकांत में जाकर बिलख उठता है। ऐसे में एक पिता को अगर एक दिन यह कहना पड़ जाए कि बेटी घर से चली गई तो जाने दो, मैं अब दोबारा उसका कभी मुंह भी नहीं देखना चाहता तो निश्चित तौर पर उसने अपने कलेजे पर बड़ा पत्थर रखा होगा। ऐसा ही एक पिता सैटर्डे को थाने में पहुंचा और तहरीर देते हुए इंस्पेक्टर से गुहार लगाई कि साहब बेटी गई तो गई, मुझे मेरा सोना वापस दिला दो। बेटी अपनी मर्जी से जिंदगी गुजारने के लिए रुपए और गहने के साथ एक युवक के साथ चली गई है।

पिता पर प्रेम पड़ा भारी
बेटियों के लिए भी पिता उनके लिए हीरो से कम नहीं होता। हर बेटी की नजर में उनके पिता से बढ़ कर दुनिया में कोई इंसान नहीं हो सकता, लेकिन इस घटनाक्रम में एक बेटी की जिंदगी में उसकी मुहब्बत पिता के रिश्ते पर भारी पड़ गई। एक युवक के प्रेम वह इतना डूबी कि उस पिता के प्यार को भी भुला बैठी। पिता और परिवार को दरकिनार कर जब उसने देहरी को लांघा तो पिता के दिल के दरवाजे भी उसके लिए हमेशा के लिए बंद हो गए। थाने पहुंचे पिता कार कहना था कि बेटी घर से नकदी और सोना भी ले गई। उसके जाने का उन्हें ग्रम नहीं, बस उनका सोना उन्हें वापस दिलवा दिया जाए। उसका चेहरा भी इस दौरान उन्हें न दिखाया जाए। पिता की इस मांग को सुनकर पुलिस भी दंग रह गई।

रोक दी तलाश
सुभाषनगर के रहने वाले पिता मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी 21 की दोपहर में घर से लापता हो गई थी। उसको उन्होंने काफी तलाश किया। इस दौरान पता चला कि वह घर से 70 हजार रुपए की नकदी और जेवर लेकर सुभाषनगर के ही रहने वाले सौरभ नाम के युवक के साथ चली गई है। इसके बाद से ही उसके पिता ने उसकी तलाश रोक दी।

इन पर हुई एफआईआर
बेटी को घर से जाने में सौरभ के अलावा उसे भाई पप्पू, मनोज, नितिन, भाभी मंजू, गुंजा और सौरभ के बहनोई का सहयोग पीडि़त ने बताया है। इनके नाम तहरीर में खोलते हुए उन्होंने उन पर कार्रवाई करने की मांग पुलिस से की है। इस पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी है। पिता का कहना है है कि उन्हें अब बेटी से कोई संबंध नहीं रखना है। पिता ने कहा कि उनकी चार बेटी और एक बेटा हैं। वह अपनी दो बेटियों की शादी कर चुके हैं। दो बेटियों की शादी करने की तैयारी कर रहे थे। इस ही बीच उनकी बेटी प्रेमी के साथ चली गई। पिता ने रुंधे गले से कहा कि अब मेरी दूसरी बेटी की शादी में दिक्कत आएगी।

पांच सौ एफआईआर
बता दे की जिले में हॉरर किलिंग की कई घटनाएं हो चुकी हैं। आए दिन इस तरह की खबरें भी खूब प्रकाशित होती है। यह ही वजह है कि बेटियां अपने परिजनों को प्रेम प्रसंग के बारे में बताने से डरती हैं और माता-पिता को बिना बताए ही इस तरह का कदम उठा लेती है। इससे एक तरफ जहां उनके घर वालों को शर्मिंदा होना पड़ता है, वहीं घर छोडक़र जाने वाले युवक युवतियों को भी तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार माता-पिता थाने में एफआईआर करा देते हैं। आंकरूों पर नजर डालें तो प्रेम प्रसंग में युवतियों के चले जाने के करीब 500 से ज्यादा मामले अलग-अलग थानों में पंजीकृत हैं।

शब्दों में छलक रहा था दर्द
जरूरी नहीं रोशनी चिरागों से हो, बेटियां भी घर में उजाला करती हैं पिता के लिए बेटी एक वह रिश्ता है, जिसकी खूबसूरती दुनिया में सब से जुदा होती है। यूं तो एक पिता के लिए बेटा हो या बेटी, दोनों बराबर होते हैं, लेकिन उसकी जिंदगी में बेटी की अहमियत सबसे अलग होती है। बेटियां भी पिता पर जान छिडक़ती हैं। किसी व्यक्ति से आप उसका कलम मांग लें तो वह कुछ ही देर में उसे वापस मांग लेता है, उसे आपके पास नहीं छोड़ता, ऐसे में बेटी का मुंह दोबारा न देखने की बात कहते हुए उस पिता ने अपने अंदर कितनी लड़ाई लड़ी होगी, इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता। हमारे रिपोर्टर से बात करते समय उसके शब्दों में उसका दर्द साफ बयां हो रहा था।