-फरीदपुर में दराती से गला काटकर राजेंद्र की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, घर में आग लगाने के शक के चलते मान रहा था रंजिश

-पुलिस ने आरोपी, पत्‍‌नी व उसके साढ़ू को दराती व सिम के साथ किया गिरफ्तार, मोबाइल से खुला हत्या का राज

BAREILLY: फरीदपुर के पचौमी में पत्‍‌नी के बार-बार नामर्द कहने पर भगवानदास ने राजेंद्र की दराती से गला रेतकर हत्या कर दी थी। हत्या में भगवानदास का साढ़ू भी शामिल था। पुलिस ने भगवानदास, पत्‍‌नी कंचन देवी और साढ़ू हरदयाल को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या का खुलासा राजेंद्र के मोबाइल से हुआ। राजेंद्र के मोबाइल का सिम निकालकर कंचन नया सिम डालकर बात कर रही थी।

आरोपी की पत्‍‌नी के पास थ्ा मोबाइल

पुलिस को वारदात स्थल से राजेंद्र का मोबाइल गायब मिला था। पुलिस ने जब राजेंद्र का मोबाइल सर्विलांस पर लगाया तो कुछ दिनों बाद उसका मोबाइल चलता हुआ मिल गया। यह मोबाइल भगवान दास की पत्‍‌नी के पास था जिसमें नया सिम पड़ा हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत भगवानदास की पत्‍‌नी को पकड़ लिया और फिर भगवानदास और हरदयाल को भी गिरफ्तार कर लिया।

दो महीने से मान रहा था रंजिश

पुलिस पूछताछ में भगवान दास ने बताया कि करीब 2 महीने पहले भगवान दास के घर में आग लग गई थी जिसमें उसके मवेशी भी मर गए थे। भगवानदास को शक था कि राजेंद्र ने उसके घर में आग लगाई है। जिसके बाद वह उससे रंजिश मानने लगा। इस दौरान कंचन देवी बार-बार भगवान दास से कहती थी कि वह राजेंद्र से डरता है। क्या वह नामर्द है। इसी बात पर उसने होली से पहले हत्या का ऐलान कर दिया और फिर 16 मार्च की रात में जब राजेंद्र खेत पर नशे की हालत में था तो साढ़ू के साथ मौका पाकर हत्या कर दी।

खेत में मिली थी लाश

बता दें कि 17 मार्च की सुबह पचौमी में 25 वर्षीय राजेंद्र कश्यप की नहर के किनारे खेत में लाश मिली थी। उसका गला रेता गया था। राजेंद्र के भाई ने गांव के भगवानदास, उदयवीर, रामतीर्थ और भगवानदास के साढ़ू हरदयाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस मुकदमा दर्ज कर नामजद आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी।

शख्स की दराती से गला रेतकर हत्या की गई थी। घर में आग लगाने के शक में हत्या की गई थी। मोबाइल से हत्या का राज खुल गया।

धर्म सिंह मार्छाल, सीओ फरीदपुर