बरेली (ब्यूरो)। निर्यात को बढ़ावा देने और छोटे निर्यातकों की सुविधा के लिए सरकार की ओर से देश भर में कई जगह डाक निर्यात केंद्र बनाए जा रहे हैैं। ऐसा ही एक निर्यात केंद्र बरेली के हेड पोस्ट ऑफिस में भी खुला है। यहां से निर्यात के लिए गुड््स की बुकिंग की जा सकती है। शहर के कारोबारियों में इसको लेकर कोई विशेष उत्साह नहीं है। यही वजह है कि यहां छह महीने में सिर्फ दो ही बुकिंग हुई हैं।

जुलाई में हुई शुरुआत
पोस्ट ऑफिस की एक्सपोर्टिंग सर्विस का प्रचार-प्रसार भी नहीं है। इसके चलते इस सेवा के बारे में अभी भी बहुत कम लोगों को ही जानकारी है। हेड पोस्ट ऑफिस में जुलाई 2023 से इस सर्विस की शुरुआत हुई। इस सर्विस का फायदा एमएसएमई वाले उठा सकते हैं, पर यहां जुलाई से अब तक सिर्फ दो ही एक्सपोर्ट की बुकिंग हो सकी है। जहां से जुलाई में एक पार्सल कांधरपुर से कनाडा गया था। वहीं दिसंबर में दूसरा पार्सल तिलियापुर से दुबई गया है।

क्या है डाक घर निर्यात केंद्र योजना
भारतीय डाक सेवा अब सिर्फ लेटर पोस्ट करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि बैंकिंग और दूसरी सर्विसेज भी प्रदान कर रहा है। डाक निर्यात योजना भी इसी का हिस्सा है। यह योजना एमएसएमई के वाणिज्यिक निर्यात के लिए बनाई गई हैै।

पीलीभीत में बढ़ा इसका उपयोग
हेड पोस्ट ऑफिस के मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव सतेंद्र कुमार ने बताया कि अगर पूरे मंडल कि बात की जाए तो अब तक 1000 एक्सपोर्टिंग हो चुकी है। इसमें पीलीभीत सबसे आगे है। वहां इस योजना की शुरुआत वर्ष 2022 में ही शुरू हो गई थी। वहां से अब तक 800 एक्सपोर्ट की बुकिंग हो पाई है।

क्या हैं फायदे
इस योजना के तहत कंपनी या पर्सन को पोस्टल डिपार्टमेंट के साथ एग्रीमेंट साइन करना होगा। इसके साथ ही रिलेटेड पर्सन को एक्सपोर्टिंग के लिए केवाईसी व जीएसटी की जानकारी देनी होगी। इसके बाद ही वह इस योजना का फायदा उठा सकता है। वहीं फर्म के पास एक्सपोर्ट लाइसेंस होना भी जरूरी है।

जरी कारोबारियों पर है फोकस
डाक घर में आईपीओएस अमित दत्त ने बताया कि इस योजना की सेक्सस के लिए वह जरी जरदोजी पर फोकस कर रहे हैैं। इसके लिए मार्केटिंग टीम लगातार प्रयास कर रही है। इस योजना के बारे में कारोबारियों को अवेयर भी किया जा रहा है।

पोस्ट ऑफिस की एक्सपोर्ट स्कीम को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा हैैं। यहां पर बहुत की कम पैसों में एक्सपोर्टिंग का काम हो जाता है। इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की जरूरत है। इसके लिए हम लोग प्रचार करने का काम कर रहे हैैं।
-अमित दत्त, एसएसपीओएस