-कार्यालय खुले, कर्मचारियों ने नहीं किया काम

-लीव इन कैश का जताया विरोध, परेशान हुए स्टूडेंट्स

BAREILLY स्टेट यूनिवर्सिटी में कार्यरत कर्मचारियों के लीव इन कैश पर शासन ने प्रतिबंध लगा दिया है। इससे कर्मचारियों में आक्रोश है। वेडसनडे को उन्होंने कलमबंद हड़ताल कर अपने गुस्से का इजहार किया। साथ ही उन्होंने शासन को सात फरवरी तक का समय दिया है। इसके बाद भी उनकी समस्या को दूर नहीं किया जाता है, तो कर्मचारी सड़क पर उतरकर आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे.वहीं हड़ताल होने के कारण स्टूडेंट्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

कार्यालय खुले, नहीं हुआ काम

आरयू के शिक्षण्ेात्तर कर्मचारी वेडनसडे को कलमबंद हड़ताल पर रहे। उन्होंने बताया कि 2012 में सरकार ने लीव इन कैश पर रोक लगाई थी। इसके विरोध में शिक्षणेत्तर कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर कर्मचारियों ने पांच अगस्त को अनिश्चितकालीन हड़ताल की थी। 18 दिनों की हड़ताल के बाद शासन ने गेंद यूनिवर्सिटी के पाले में डाल दी। उन्होंने यूनिवर्सिटी लेबल पर इस समस्या का समाधान करने को कहा। इस पर दीन दयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी, गोरखपुर के वीसी ने शासन को पत्र लिखा था, कि कर्मचारियों को भुगतान किया जा सकता है। इसके बाद भी शासन ने भुगतान करने की अनुमति नहीं दी है। इससे नाराज कर्मचारियों ने आंदोलन की रणनीति बनाई है। 11, 12 और 13 जनवरी को काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। वेडनसडे को कलम बंद हड़ताल की। वहीं दो फरवरी को सांकेतिक हड़ताल होगी। इसके बाद भी सरकार नहीं झुकती है, तो सात फरवरी को बैठक कर आंदोलन की रुपरेखा तय कर सड़क पर उतरकर हक की लड़ाई लड़ी जाएगी। इस मौके पर डॉ। हेम कुमार गौतम, रंजीत सिंह, डॉ। वाईपी सिंह, पीआरओ जहीर अहमद, दीप जोशी, एके जोशी, जगत देव आदि मौजूद रहे।