-एडहॉक टीचर्स की नियुक्ति को लेकर मची हलचल

BAREILLY: बरेली कॉलेज में इन दिनों एडहॉक टीचर्स की नियुक्ति के लिए मैरॉथन दौड़ चल रही है। जिसको लेकर पूरे कैंपस में हलचल मची हुई है। काफी समय बाद बीसीबी ने एडहॉक टीचर्स की नियुक्ति के लिए अपना पुराना प्रोसेस अपनाया है। जहां एक तरफ उनकी नियुक्ति को लेकर कॉलेज मिनिमम स्टैंडर्ड की दुहाई दे रहा है तो दूसरी तरफ जब उनकी सैलरी की बात आती है तो सारे मिनिमम स्टैंडर्ड धरे के धरे रह जा रहे हैं। जिसको लेकर एडहॉक टीचर्स में काफी नाराजगी है। हालांकि अभी नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है, इसलिए टीचर्स कॉलेज के खिलाफ खुलकर नहीं बोल रहे हैं।

डिमांड से काफी कम हैं परमानेंट टीचर्स

बरेली कॉलेज में परमानेंट टीचर्स की संख्या लगातार कम होती जा रही है। हर वर्ष करीब एक दर्जन टीचर्स रिटायर्ड हो जाते हैं, उसके सापेक्ष टीचर्स की नियुक्ति नहीं हो पा रही है। वर्तमान में करीब 150 टीचर्स ही परमानेंट हैं। इनके साथ हर डिपार्टमेंट में एडहॉक टीचर्स की नियुक्ति होती है। हर वर्ष सेशन स्टार्ट होने के बाद एडहॉक टीचर्स की लिस्ट तैयार होती है और उन्हें डिपार्टमेंट के डिमांड के अनुसार नियुक्त किया जाता है।

रिटायर्ड टीचर्स ने बिगाड़ा गणित

रिटायर्ड टीचर्स की नियुक्ति की योजना ने एडहॉक टीचर्स की रही सही गणित भी बिगाड़ दिया। लास्ट ईयर शासन ने इसके लिए जीओ जारी किया था। जिसके तहत रिटायर्ड टीचर्स रखे जा सकते हैं, जिनको करीब 22 से 25 हजार रुपए महीने सैलरी दिए जाना कंपलसरी है। इनकी नियुक्ति आवेदन के बाद सिलेक्शन प्रोसेस के आधार पर शासन के अनुमोदन के बाद ही होती है। एक तो एडहॉक टीचर्स को काफी कम सैलरी दी जा रही है ऊपर से रिटायर्ड टीचर्स की नियुक्ति ने इनकी छंटनी का रास्ता साफ कर दिया है।

संडे को हुआ इंटरव्यू प्रोसेस

काफी समय बाद बीसीबी ने एडहॉक टीचर्स के लिए संडे को इंटरव्यू प्रोसेस कंडक्ट किया। बीसीबी पहले भी इंटरव्यू प्रोसेस अपनाता रहा है, लेकिन पिछले काफी समय से यह प्रोसेस बंद था। डिमांड के अनुसार कॉलेज प्रशासन खुद ही लिस्ट तैयार कर लेता था। एक अनुमान के मुताबिक इंटरव्यू में करीब 200 टीचर्स ने प्रतिभाग किया। लास्ट ईयर 88 टीचर्स रखे गए थे। इस बार 21 रिटायर्ड रखे जाने हैं। बाकी डिमांड के अनुसार छंटनी के बाद एडहॉक टीचर्स रखे जाएंगे।

सैलरी का कोई मिनिमम स्टैंडर्ड नहीं

कॉलेज एडहॉक टीचर्स की नियुक्ति में मिनिमम स्टैंडर्ड की दुहाई दे रहा है लेकिन इनकी सैलरी को लेकर चुप्पी साध ली है। एडहॉक टीचर्स के लिए भी नेट या पीएचडी जरूरी है। वहीं इंटरव्यू के थ्रू नियुक्ति दी जा रही है। लेकिन इनको न्यूनतम वेतनमान नहीं दिया जा रहा है। यूजीसी ने ऐसे टीचर्स के लिए भी न्यूनतम वेतनमान तय कर रखा है। रूल्स के अनुसार दिया जाना जरूरी है। एक एडहॉक टीचर को मिनिमम 15,600 रुपए महीने दिया जाना जरूरी है। लेकिन कॉलेज इनको 8 से 9,500 रुपए महीने तक ही सैलरी देता है। यही नहीं इनको 11 महीने की सैलरी दिया जाना होता है लेकिन कॉलेज इनको 9 महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर ही रखता है। जबकि एकेडमिक के सारे कार्यो में इनका रोल सबसे ज्यादा इंपोर्टेट होता है।

लिस्ट और सैलरी पर चुप्पी

इस बार कितने एडहॉक टीचर्स रखे जाने हैं कॉलेज कुछ भी खुलकर नहीं बता रहा है। प्रिंसिपल डॉ। आरबी सिंह ने बताया कि डिमांड के अनुसार लिस्ट बनाई जा रही है, लेकिन कितने रखे जाएंगे इसका खुलासा अभी नहीं किया जाएगा। वहीं सैलरी के मुद्दे पर उन्होंने बताया कि इस बार इनकी सैलरी को रिवाइज्ड किया जाएगा। लेकिन कितने परसेंट की बढ़ोतरी होगी, इसका भी खुलासा नहीं कर रहा है।