रामगंगा नगर आवासीय योजना के तहत 15 एकड़ में बनेगा पार्क

अपनों के नाम पर लगा सकेंगे पौधे, 20 जून से रजिस्ट्रेशन शुरू

BAREILLY:

स्मार्ट सिटी बनने की दौड़ में शामिल बरेली को संवारने में बीडीए भी लगातार नए नए प्रोजेक्ट शुरू कर रहा है। गांधी उद्यान में प्रदेश का दूसरा सबसे ऊंचा तिरंगा फहराने और डेलापीर तिराहा पर झुमका रोटरी बनाने का प्रोजेक्ट शुरू करने के बाद बीडीए बरेली का सबसे बड़ा पार्क बनाने की तैयारी में है। रामगंगा नगर आवास योजना के तहत बीडीए बिचपुर गांव में केसरपुर रोड के नजदीक स्मृति उपवन तैयार करने में जुट गया है। बीडीए 15 एकड़ में इस पार्क को डेवलेप करेगा। बीडीए का यह नया प्रोजेक्ट केसरपुर रोड के नजदीक ही 5 एकड़ जमीन में बन रही झील प्रोजेक्ट का सेकंड हिस्सा होगा। कुल 20 एकड़ जमीन पर झील और स्मृति उपवन बनाने की पीछे बीडीए की मंशा बरेली में बेहतर टूरिस्ट स्पॉट बनाने की है।

पौधों पर होगा आपका नाम

स्मृति उपवन की खास बात यह है कि बीडीए के इस प्रोजेक्ट में जनता की भी सीधी भागीदारी होगी। उपवन में पौधरोपण करने वाले का नाम ट्रीगार्ड में अंकित होगा। लोग अपने दिवंगत बुजुर्गो, मां-पिता, बच्चों और नजदीकी संबंधियों के नाम पर भी पौधे लगा सकेंगे। वहीं जन्मदिन, सालगिरह या किसी और खास दिन को भी यादगार बनाने को पौधा लगाकर उपवन में हमेशा के लिए नाम दर्ज कराया जा सकेगा। उपवन में इमली, बरगद, जामुन और पीपल के पौधे खासतौर पर लगाए जाएंगे।

चलेगी अवेयरनेस अभियान

स्मृति उपवन में अपनों के नाम से पौधा रोपने की अनूठी पहल को बीडीए जनता तक पहुंचाएगा। इसके लिए बीडीए की ओर से अवेयरनेस ड्राइव के तहत विज्ञापन के जरिए लोगों को जानकारी दी जाएगी। वहीं चौकी चौराहा पर लगी एलसीडी स्क्रीन से भी प्रोजेक्ट के बारे में बताया जाएगा। पौधा रोपने के बदले बीडीए लोगों से प्रति पौधा

200-250 रुपए फीस लेगा और पौधा लगाने और इसे सेफ रखने की जिम्मेदारी संभालेगा। इसके लिए बाकायदा लोगों से आवेदन मांगे जाएंगे और लोगों का रजिस्ट्रेशन होगा। 20 जून से आवेदन और रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू होने की उम्मीद है।

---------------------------

झील के साथ ही 15 एकड़ में पार्क बनाने की योजना है। इंजीनियर्स ने प्रोजेक्ट तैयार किया है। लोग इसमें अपनों के नाम से पौधा लगा सकेंगे। - गरिमा यादव, सचिव, बीडीए