- साल भर पहले बसा टीपीनगर, शिफ्ट हुए ट्रांसपोर्टर्स में पनप रहा आक्रोश

- बल प्रयोग करने में विभाग नाकाम, योजना पर मंडरा रहे संकट के बादल

<- साल भर पहले बसा टीपीनगर, शिफ्ट हुए ट्रांसपोर्टर्स में पनप रहा आक्रोश

- बल प्रयोग करने में विभाग नाकाम, योजना पर मंडरा रहे संकट के बादल

BAREILLY:

BAREILLY:

बीडीए ने ट्रांसपोर्ट नगर तो बसा दिया, लेकिन ट्रांसपोर्टर्स को शिफ्ट करने में बीडीए नाकाम हो रहा है। पहले मामला बड़े प्लॉट को नए सिरे से रिसाइज करने पर फंसा लेकिन बीडीए ने मीटिंग कर इस मुद्दे को सुलझा लिया। लेकिन मामला व्यवसाइयों की मनमानी की वजह से ठंडे बस्ते में जाने को तैयार है। जबकि प्रशासन ने बीडीए को सख्ती से ट्रंासपोर्टर्स को टीपी नगर शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं। फिर भी बीडीए इस मामले में ि1वफल है।

गिनाई कई समस्याएं

शुरुआत में ट्रांसपोर्टर्स ने बड़ा बाईपास फ्लाईओवर बनाने की मांग की थी। बड़ा बाईपास शुरू हो गया तो कुछ ट्रांसपोर्टर्स ने टीपीनगर शिफ्ट किया, लेकिन मैक्सिमम ट्रांसपोर्टर्स ने प्लॉट एलॉट न होने, टूटी सड़कें, पानी और बिजली, सिक्योर्टी, गाडि़यों की मरम्मत व अन्य प्रॉब्लम्स को दूर करने की मांग रखी। ट्रांसपोर्टर्स द्वारा गिनाई गई समस्याओं के बाद भी बीडीए सभी सुविधाएं नहीं दे सका।

योजना हुइर् धराशाई

दोनों ट्रांसपोर्ट यूनियन को मिलाकर करीब क्भ्0 ट्रांसपोर्टर्स हैं। प्रतिदिन शहर के बाहरी एरिया से क्0 हजार ट्रक और अंदर से करीब एक हजार ट्रक क्रॉस करते हैं। जो कुतुबखाना, कालीबाड़ी, पीलीभीत बाईपास, किलापुल, नई बस्ती, श्यामगंज, माधोबाड़ी और चौपुला में लोडिंग करते हैं। जिनकी वजह से इन एरिया में जाम भी खूब लगता है। इसके अलावा शहर के ज्यादातर एरिया में सड़कों पर अतिक्रमण किए हुए ऑटो मैकेनिक को भी वहां शिफ्ट किया जाना था। ताकि अतिक्रमण कम होने से शहर साफ सुथरा बना रहे। लेकिन बीडीए की अनदेखी से स्थिति जस की तस बनी हुई है।

यह था मामला

बीडीए अधिकारियों के मुताबिक शहर में श्यामगंज और किले पर ट्रांसपोर्ट यूनियन हैं। क्998 में मास्टर प्लॉन के तहत सिटी में एक के बजाय दो ट्रांसपोर्ट नगर बसाने पर मुहर लगी। श्यामगंज के लिए टीपीनगर और किला ट्रांसपोर्टर्स के लिए परसाखेड़ा में स्थान चिन्हित किए गए। प्रशासन ने ट्रांसपोर्टर्स को टीपीनगर शिफ्ट किए जाने की योजना बनाई। वर्ष ख्0क्ब् में नरियावल में टीपीनगर बनाने की योजना को अमलीजामा पहनाया गया। कुछ ट्रांसपोर्टर्स को वहां शिफ्ट किया जा चुका है। लेकिन अभी भी कई बड़े ट्रांसपोर्टर्स की मांगों को पूरा न किए जाने से मामला अभी भी फंसा हुआ है।

ट्रांसपोर्टर्स की ज्यादातर मांगें मान ली गईं हैं। बल प्रयोग करने पर स्थिति बिगड़ सकती है। प्लॉनिंग कमेटी के दिशा निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।

गरिमा यादव, सचिव, बीडीए

बीडीए ने टीपीनगर में कोई सुविधा प्रदान नहीं है। जिसकी वजह से वहां शिफ्ट हुए ट्रांसपोर्टर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

गुलशन आनंद, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट यूनियन