मेनटेनेंस ग्रांट का इस्तेमाल न करने पर बीएसए ने रोका वेतन

19 को चेतावनी और 11 स्कूल्स प्रधानाध्यापक पर हुई कार्रवाई

>BAREILLY: कई परिषदीय स्कूल्स के टीचर्स ने बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है। ऐसा मामला सामने आया है। स्कूल्स की मरम्मत कराने के लिए जो उन्हें ग्रांट मिला था, कई टीचर्स उसे ही हजम कर गए हैं। इस यह बात सामने आई तो खंड शिक्षा अधिकारी ने इसकी रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी। इसके बाद बीएसए एक्शन मोड में आ गए और इन स्कूल्स के जिम्मेदार टीचर्स पर कार्रवाई करते हुए उनका वेतन रोक दिया। साथ ही निर्देशित किया कि मरम्मत के लिए जो रुपए भेजे गए हैं। जल्द से जल्द उसका इस्तेमाल कर स्कूल्स की मरम्मत कराएं।

19 स्कूलों को चेतावनी

इस मामले में बीसए ने मीरगंज ब्लॉक के 19 स्कूलों को बीएसए ने चेतावनी जारी की, जिसके बाद 11 स्कूलों के प्रधान अध्यापकों का वेतन रोक लिया गया। ये वे स्कूल हैं जहां भवन की स्थिति ज्यादा खराब थी, लेकिन प्रधान अध्यापकों ने कोई काम नहीं करवाया। वेतन रोके जाने वाले स्कूल्स में मीरगंज ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल बरखेड़ा, जूनियर हाईस्कूल बरखेड़ा, प्राइमरी स्कूल मंझवा, जूनियर हाईस्कूल मंझवा, प्राइमरी स्कूल वंसीपुर, जूनियर हाईस्कूल वंसीपुर, प्राइमरी स्कूल नौगवां, प्राइमरी स्कूल मीरगंज, जूनियर हाईस्कूल हल्दुआ, प्राइमरी स्कूल धौरुआ व जूनियर हाईस्कूल धौरुआ शामिल है।

जर्जर भवन में फिर चलेगी क्लास

किराए के स्कूल्स को जुलाई तक नए भवनों में शिफ्ट कराने के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे, लेकिन जुलाई करीब आते ही दावों की हवा निकल गई। शहर के 48 स्कूल जर्जर हालात में किराए के भवनों में चल रहे हैं। सालों से इन्हें नए भवन में शिफ्ट कराने की मांग चल रही है। इस केस की फाइल कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री का भेजी गई। इसके बाद सीडीओ की ओर से कहा गया कि भवन जुलाई तक शिफ्ट कर दिए जाएंगे, लेकिन फिलहाल निकट भविष्य में ऐसा होता दिख नहीं रहा है।

मेनटेनेंस ग्रांट के गलत इस्तेमाल पर वेतन रोका गया, निर्देश दिए गए हैं कि भवन की जल्द से जल्द मरम्मत करवाएं।

- देवेंद्र दत्त, बीएसए