बिना सुविधा दिए बना रहे अवैध कॉलोनीज, लोग नगर निगम से लगा रहे विकास कार्य की गुहार

मुंशीनगर कॉलोनी के लोगों ने 3 किमी लंबी खराब सड़क को लेकर नगर निगम का किया घेराव

BAREILLY:

शहर की अवैध कॉलोनीज में रहने वाले निवासियों की बुनियादी सुविधा बिल्डर्स की मुनाफाखोरी की भेंट चढ़ रही है। बिल्डर सस्ती कीमत पर कॉलोनीज तो बसा रहे, लेकिन सड़क, सीवर, पानी व बिजली की बुनियादी सुविधाएं नहीं दे रहे। ऐसी सूरत में लोग निगम आकर विकास की गुहार लगा रहे। लेकिन अवैध कॉलोनीज का मामल होने पर निगम भी कदम पीछे खींच ले रहा। अवैध कॉलोनीज में डेवलेपमेंट कराने का जिम्मा बिल्डर का हो या निगम का, इसी जवाब में जनता पिसी जा रही। न उन्हें बिल्डर सुविधाएं दे रहा और न ही निगम से ही राहत मिल रही।

नगर आयुक्त से तकरार

मुंशीनगर में रहने वाले दो दर्जन से ज्यादा लोग सैटरडे दोपहर नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव से मिले। लोगों ने एरिया में पिछले कई साल से 3 किमी लंबी मेन सड़क के बुरी तरह खराब होने की कंप्लेन की। इस पर नगर आयुक्त ने मुंशीनगर कॉलोनी अवैध होने की बात कहते हुए इसके डेवलेपमेंट के लिए पहला जिम्मेदार बिल्डर के होने की बात कही। इस पर लोगों ने अपने हाउस टैक्स जमा होने के बिल दिखाते हुए विकास कराने की मांग की। जिस पर नगर आयुक्त ने सड़क के निर्माण में राहत देने का भराेसा दिया।

ले-आउट और असल डिजाइन में खेल

शहर में 188 से ज्यादा कॉलोनीज बीडीए के मानकों में अवैध कटेगरी में डाली गई हैं। अवैध बिल्डिंग बसाने के लिए बिल्डर्स बड़ा खेल करते है। बिल्डर्स बीडीए के मानकों के तहत कॉलोनी के ले आउट में पार्क, ग्रीनरी, चौड़ी सड़क समेत अन्य सुविधाएं दिखाते है। लेकिन असल में बुनियादी सुविधाओं की कीमत में ज्यादा से ज्यादा जमीन में मकान बना बेचकर मुनाफा कमाते हैं। नगर आयुक्त ने लोगों को बिल्डर्स के पूरे खेल की जानकारी दी। वहीं लोगों संग आए बिल्डर के खिलाफ एफआईआर कराने की चेतावनी दी।