-पिछली बार से लॉकडाउन की मार झेल चुके व्यापारियों फिर कोरोना ने तोड़ी कमर

-व्यापारी बोले-सरकार दे ध्यान तभी संभल सकती है व्यापारियों की स्थिति

बरेली:

पिछले वर्ष के लॉकडाउन का दंश झेल चुके कपड़ा व्यापारियों की इस बार भी कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन ने कमर तोड़कर रख दी है। इस बार व्यापारियों को सहालग में अच्छे कारोबार की उम्मीद थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते बंद हुए बाजार से उम्मीदों पर पानी फिर गया। व्यापारियों की मानें तो पिछली बार हुए नुकसान से अभी उबर नहीं पाए थे अब फिर लॉकडाउन से बिजनेस को बड़ा झटका लगा है। इससे उबरने के लिए रिटेल व्यापारियों को सरकार से राहत पैकेज मिले तभी उबरा जा सकता है। क्योंकि कई व्यापारी ऐसे हैं जिनको खर्च तक निकालना मुश्किल हो रहा है।

लॉकडाउन में गुजरा सहालग

व्यापारियों की मानें तो व्यापार में होली से ही रौनक दिखाई देती है। फिर नवरात्र के बाद से अप्रैल माह में सहालग शुरू हो जाती है। सहालग का सीजन करीब दो माह चलता है। लेकिन इस बार तो पूरी सीजन कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन में ही गुजर गया। अब जहां एक तरफ बिजनेस बंद पड़ा है तो वहीं खर्चा तो अभी भी पूरा हो रहा है। इससे सबसे अधिक प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। व्यापारियों का कहना है कि अब इस घाटे से उबरने में भी पूरा साल लग जाएगा। लेकिन अभी तो यही नहीं पता चल पा रहा है कि मार्केट ओपन कब से होगी।

बोले व्यापारी

कोरोना काल में लॉकडाउन से सभी रिटेलर का बड़ा नुकसान हुआ है। पिछली बार लॉकडाउन की मार व्यापारी झेल नहीं पा रहा तब तक दोबारा फिर मुश्किल घड़ी आ गई। व्यापारियों की समस्या को देखते हुए सरकार को अब कुछ सोचना चाहिए। कोई राहत पैकेज देना चाहिए।

नरेन्द्र गुप्ता, सीएमडी, सिलेक्शन प्वाइंट

कोरोना संक्रमण से बिजनेस को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। अब इसकी भरपाई तो बहुत मुश्किल है। व्यापारी को संभलने में ही वर्षो लग जाएंगे, क्योंकि पिछली बार भी बिजनेस को काफी इफेक्ट लॉकडाउन से हुआ था। लेकिन इस दौर में सभी सुरक्षित रहे यही अच्छी बात है।

अंशुल मदान, एमडी चुनमुन गारमेंट

दो माह का जो सीजन था वह तो लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते निकल ही गया है। व्यापरियों का बड़ा नुकसान हुआ है। क्योंकि ऐसे में जहां बिजनेस बंद है तो वहीं खर्चे तो सभी करने पड़ रहे हैं। इस दौरान भी बिजली बिल आदि तो सभी देना पड़ रहा है। सरकार को भी व्यापारियों के बारे में सोचना चाहिए।

गिरीश सहानी, एमडी, सलोनी क्रिएशन

22 अप्रैल से 10 जुलाई तक मेन सहालग था, जो अब कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन में ही बीत गया। कुछ शादियां जून में शादी थी वह भी कई लोगों ने स्थगित कर दीं। पिछला नुकसान कवरअप करने के लिए मौका आया था लेकिन इस बार फिर से बिजनेस का नुकासान हुआ है।

जितेश गुप्ता, एमडी, साड़ी संसार