- महज 20 दिनों में 90 हजार लाभार्थियों तक पहुंचाना है सीएम का संदेश

- अधिकारियों के मुताबिक लिफाफों को तैयार करने में मदद करेंगे मजदूर

BAREILLY:

सरकार की उपलब्धियों का बखान करने के लिए विभाग पहुंचे 'समाजवादी संदेश' अब अधिकारियों के लिए मुसीबत बन चुका है। दरअसल, शासनादेश के मुताबिक 15 अगस्त से पहले हर समाजवादी पेंशन के लाभार्थी तक संदेश पहुंचना अनिवार्य है। ऐसे में पेंशन का लाभ ले रहे करीब 90 हजार लोगों तक लिफाफे पहुंचाना अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। हालांकि जिम्मेदार इस जिम्मेदारी को पूरा करने का दावा कर रहे हैं।

यह है प्रक्रिया

सरकार की ओर से विभाग के पास 25 जुलाई से 15 अगस्त तक हर घर समाजवादी संदेश पहुंचाने के लिए करीब 1 लाख संदेश के पम्फलेट और उतनी ही तादाद में लिफाफे विभाग पहुंच गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक इतनी बड़ी तादाद में 15 अगस्त तक संदेश पहुंचाना काफी मुश्किल है। क्योंकि कम्प्यूटर के जरिए पहले सभी लाभार्थियों का एड्रेस प्रिंट किया जाएगा। फिर प्रिंटेड एड्रेस को लिफाफों पर चिपकाना और फिर उसे पोस्ट करने की प्रकियाओं से गुजरना है। जिसके लिए काफी लोगों की जरूरत है, लेकिन स्टाफ कम होने से यह नामुमकिन सा प्रतीत हो रहा है। जिसके लिए मजदूरों की मदद ली जा सकती है।

क्या है समाजवादी संदेश

उपलब्धियों और जनता को सरकार के साथ अहसास कराने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 55 लाख और बरेली जिले के 90 हजार पेंशनर्स को संदेश भेज रहा है। एक पेज के संदेश के एक कोने में सीएम अखिलेश यादव का फोटो है तो दूसरी ओर, उनका नाम। नारी शक्ति की प्रतीक माताओं और बहनोंसे संदेश का संबोधन है। 6 बिंदुओं का इसमें उल्लेख है। जिसमें योजना चलाने का उद्देश्य, लाभ कैसे मिले और इंक्रीमेंट कैसे पाएं यह बताया गया है। आखिर में दिए गए समाजवादी भाषण में कहा है कि महिलाओं की आधी आबादी की खुशहाली और सुख सुविधा के बिना प्रगति के दावे बेमानी हैं। नारियों की सुविधा हमारी प्राथमिकता है।

15 अगस्त तक 90 हजार समाजवादी पेंशन योजना के लाभार्थियों तक सीएम का संदेश भिजवाया जाएगा। 20 दिनों में हर घर तक पहुंचा पाना काफी मुश्किल है।

आरसी गुप्ता, जिला समाज कल्याण अधिकारी