10,000 देने पड़ते हैं

जीबीटीयू की ऑनलाइन ऑफ कैंपस काउंसलिंग 8 जुलाई से स्टार्ट हुई थी। इसमें यूपीएसईई क्वालीफाई सभी स्टूडेंट्स को कॉल किया गया। 9 से 17 जुलाई तक सभी स्टूडेंट्स को कॉलेज लॉक करने का अवसर दिया गया। जिनको सीट अलॉट हो गई, उन्हें 23 से 25 जुलाई तक सीट कंफर्म करने का अवसर दिया गया। इसके तहत स्टूडेंट्स को एडवांस फीस के रूप में 10,000 रुपए का चेक जमा कराना था। कॉलेज में एडमिशन के टाइम यह एडवांस फीस एडजस्ट कर दी जाती है। इसके बाद स्टूडेंट्स को अपग्रेडेशन का अवसर देकर 31 जुलाई को सीट कंफर्म करने का अवसर दिया गया।

लेटर की जरूरत नहीं

काफी संख्या में स्टूडेंट्स ने कॉलेज तो लॉक कर लिया लेकिन अपनी सीट कंफर्म नहीं कराई। ऐसे स्टूडेंट्स के लिए जीबीटीयू ने 8 जुलाई तक सीट कंफर्म करने का अवसर दिया, लेकिन इसके बावजूद काफी संख्या में सीट कंफर्म नहीं कराई और उन्होंने एडमिशन भी नहीं लिया। अब जीबीटीयू ने ऐसे स्टूडेंट्स को डायरेक्ट कॉलेज में फीस जमाकर एडमिशन लेने का फरमान दे दिया है। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार यूएस तोमर ने बताया कि काउंसलिंग के दौरान जिन स्टूडेंट्स को जो कॉलेज अलॉट किया गया है वे उस कॉलेज में पूरी फीस जमाकर एडमिशन ले सकते हैं.   उन्हें अब सीट कंफर्मेशन लेटर लेने की आवश्यकता नहीं है।