जीएसटी लागू होने से पहले व्यापारियों को ई-प्लेटफार्म की सुविधा

>BAREILLY:

गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लागू होने से पहले बरेली वाणिज्य कर विभाग को सबसे हाईटेक बनाने की तैयारी की जा रही है। पहली बार वाणिज्य कर को ऐसे विभाग के रूप में तैयार किया जा रहा है, जिसमें कारोबारियों को न तो विभाग के चक्कर लगाने पड़ेंगे और न ही अधिकारियों को व्यापारियों के यहां। वाणिज्य कर विभाग कारोबारियों को विभाग से संबंधित सभी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए ई-प्लेटफार्म तैयार कर रहा है।

छोटी व्यापारियों को दिक्कत

ई-प्लेटफार्म तैयार होने के बाद व्यापारियों को को कॉर्पोरेट कारोबार की तरह सौ फीसदी सेवाएं घर बैठे ही मिल सकेंगी। फिलहाल छोटे व्यापारी ऑनलाइन व्यवस्था से काफी दूर हैं। उन्हें बाहर से मंगाए जाने वाले माल के लिए फार्म-38 जमा करने विभाग आना पड़ता है, लेकिन ई-प्लेटफार्म तैयार होने के बाद सारी व्यवस्थाएं ऑनलाइन ही रहेंगी। व्यापारी चाह कर भी फार्म-38 मैनुअली नहीं भर सकेंगे।

सॉफ्टवेयर होगा स्ट्रांग

अधिकारियों ने बताया कि टिन व्यवस्था में कई तरह की समस्या आ रही हैं। लेकिन जुलाई से लागू हो रहे नए एक्ट से पहले विभाग का सॉफ्टवेयर काफी स्ट्रांग होगा। इससे एक फायदा यह होगा कि ई- रजिस्ट्रेशन, ई-रिटर्न व्यवस्था, ई-रिफंड सर्विस काफी स्मूद तरीके से सम्पन्न हो सकेगी।

जीएसटी से पहले विभाग के सॉफ्टवेयर काफी स्ट्रांग हो जाएंगे। सारी चीजें ई- प्लेटफार्म पर होगी। व्यापारी और विभाग दोनों को काफी राहत मिलेगी।

एसएल दोहरे, ज्वॉइंट कमिश्नर, वाणिज्य कर विभाग