- सपा पर लगाया सरकारी ताकत का दुरुपयोग करने का आरोप

- अपने मेंबर्स पर पार्टी ने जबरदस्ती नहीं थोपी कोई जिम्मेदारी

BAREILLY:

एक तरफ जहां सपा, बसपा और भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष की अपनी दावेदारी मजबूत करने में लगी हुई हैं। वहीं कांग्रेस ने अपने कदम पीछे खींच लिए है। कांग्रेस ने अपने किसी भी मेंबर को अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारने से साफ मना कर दिया है। पार्टी में शामिल सीनियर नेताओं का कहना है कि सपा पार्टी अपने सरकारी ताकत का दुरुपयोग कर चुनाव में मनमानी करने पर उतारु है। वह इस जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में हर हथकंडा अपनाने को तैयार है।

पार्टी में हैं दस मेंबर

जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने वाले दस मेंबर कांग्रेस समर्थक है। लेकिन, इसके बाद भी वह अपना कदम आगे नहीं बढ़ा रही है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रामदेव पांडेय का कहना है कि सपा धन, बल और सरकारी ताकत का कर रहा है दुरूपयोग कर रही है। उनकी पार्टी के डॉ। सियाराम सागर भी उनके साथ नजर नहीं आ रहे है। जिसके चलते सपा बौखला गयी है। वह अपने प्रत्याशी को जीताने के लिए कोई भी हथकंडा अपनाने को तैयार है।

मेंबर पर नहीं है कोई दबाव

पार्टी के प्रमुख नेताओं का यह भी कहना है कि उनका पार्टी के मेंबर पर कोई दबाव नहीं है। वह जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए किसे वोट दे रहे हैं या नहीं दे रहे हैं यह उनका खुद का फैसला होगा।