-कई पुराने क्रिमनल फिर से हुए एक्टिव, कई रोजगार छिनने की वजह से आए क्राइम में

-पुलिस ऑपरेशन चलाकर बदमाशों की कर रही है पकड़,़ कई बदमाशों से हुई मुठभेड़

बरेली । लॉकडाउन खत्म होने के बाद से अचानक क्राइम में बढ़ोतरी देखने को मिली है। प्रदेश के अन्य शहरों की तरह बरेली भी इससे अछूता नहीं है। बरेली में सबसे ज्यादा मामले चोरी, लूट और मर्डर के बढ़े हैं। इन मामलों के पीछे कई क्रिमिनल के दोबारा एक्टिव होना और कई के लॉकडाउन की वजह से रोजगार छीनने के बाद क्राइम की राह पर चलना सामने आया है। हालांकि इसको लेकर अधिकारी खुलकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। कानपुर कांड के बाद बदमाशों के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान भी चला रही है जिसके तहत बदमाशों की गिरफ्तारी हो रही है और कई बदमाश मुठभेड़ में भी घायल हो चुके हैं।

लॉकडाउन के बाद बढ़ी चोरी की वारदातें

लॉकडाउन के बाद चोरी की वारदातों में इजाफा देखने को मिला है। सबसे ज्यादा चोरी की वारदातें सीबीगंज, इच्जतनगर, कोतवाली थाना एरिया में हुई। यहां कुछ ही दिनों में चोरों ने डेढ़ दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम दिया। जिसमें केंद्रीय मंत्री के फॉलोवर के घर भी चोरी की वारदात शामिल है। इन मामलों में चोरों ने घरवालों के जागने पर उनके साथ मारपीट की और उन्हें बंधक बना लिया। पुलिस ने चोरी के दो गैंग को पकड़ा इसके बावजूद कई वारदातों का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है।

लूट की दो बड़ी वारदातें

बरेली में लॉकडाउन के बाद लूट की कई वारदातें हुई लेकिन दो बड़ी वारदातें हुई जिसमें पुलिस विभाग में खलबली मच गई। पहली वारदात 5 जुलाई को फतेहगंज पश्चिमी में हुई। यहां पर आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने व्यापारी गोविंद गुप्ता को लड़की के अपहरण के बहाने कई घंटों तक घर में बंधक बनाकर रखा और उसके बाद घर में रखी नकदी व च्वैलरी समेत करीब 20 लाख का माल लूट कर फरार हो गए। हालांकि इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन बदमाशों को गिरफ्तार कर माल भी बरामद कर लिया। गिरफ्त में बदमाशों ने बताया था की लॉकडाउन की वजह से धंधा चौपट होने पर उन्होंने लूट की वारदात को अंजाम दिया। इस वारदात के कुछ दिनों बाद ही 13 जुलाई को शाही थाना अंतर्गत च्वेलर्स छोटे लाल गंगवार व उनके बेटे से बाइक सवार बदमाशों ने करीब 10 लाख की च्वेलरी लूट ली। इस मामले में पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे लेकिन अभी तक वारदात का खुलासा नहीं हो सका।

लगातार हो रहे मर्डर

बरेली में लगातार मर्डर के मामले हो रहे हैं, जिसमें 3 बच्चों की अपहरण के बाद कुकर्म या दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। इसके अलावा अन्य मामलों में मामूली बात पर गोली मारकर या फिर पीट पीट कर हत्या कर दी गई। बीते 2 दिनों में ही सिरौली और आंवला में दो लोगों की मामूली बात पर हत्या कर दी गई। सिरौली में जहां दूर के रिश्ते के भतीजे ने चाचा की हत्या चोरी के मामले में मुखबिरी के शक में की तो आंवला में पानी के बहाव को लेकर एक शख्स की हत्या कर दी गई।

मर्डर की प्रमुख वारदातें

5 जून : बिथरी चैनपुर में किसान बिजनेश की गोली मारकर हत्या।

5 जून : बारादरी निवासी कमल की अपहरण के बाद हत्या।

5 जून : सिरौली में बच्चे की अपहरण के बाद हत्या।

6 जून : बारादरी थाना अंतर्गत मौर्य मंदिर के पास बदमाशों की फायरिंग में युवक की मौत।

9 जून : भामोरा थाना अंतर्गत शादी समारोह से बच्चे का अपहरण कर कुकर्म के बाद हत्या।

13 जुलाई : अलीगंज में बच्ची का शादी समरोह से अपहरण कर रेप के बाद हत्या।

लॉकडाउन के दौरान भी वारदातें

वैसे तो लॉकडाउन के दौरान पुलिस की सख्ती की वजह से क्राइम पर अंकुश लग गया था लेकिन बरेली में लॉकडाउन के दौरान भी चोरी, लूट और मर्डर की कई वारदाते हुई। सबसे पहले चोरी सुभाषनगर थाना अंतर्गत हॉटस्पॉट एरिया से बरेली के पहले कोरोना पीडि़त के घर में ही हुई थी। इसके अलावा इच्जतनगर में बड़ा बाईपास पर रिटायर्ड कानून गो के घर डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया था। इसके अलावा सिरौली नवाबगंज और बहेड़ी में हत्या की वारदातों को अंजाम दिया गया था। इस दौरान चोरी की कई वारदातें हुई जिनमें से कई का अभी तक पुलिस खुलासा भी नहीं कर सकी है।

1 जनवरी से 30 जून तक वारदातें

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक 1 जनवरी से 30 जून तक यानी 6 महीनों में पिछले साल का रिकॉर्ड देखा जाए तो कोई ज्यादा अंतर देखने को नहीं मिला है। कुछ मामलों में तो आंकड़ा बराबरी पर ही है।

वर्ष 2020 वर्ष 2019

लूट 10 25

मर्डर 43 54

दहेज हत्या 25 27

चोरी 299 556

वाहन चोरी 170 556

आईपीसी 4332 3907

बदमाशों की धरपकड़

बढ़ते मामले को लेकर पुलिस बदमाशो पर एक्शन भी ले रही है। मुठभेड़ में ही पुलिस एक दर्जन से अधिक बदमाशों को पकड़कर जेल भेज चुकी है। इसके अलावा वांटेड वा गैंगस्टर में बदमाशो को जेल भेजा जा रहा है। सभी थानों से टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट बनाकर गिरफ्तारी की जा रही है। पुलिस गैंगस्टर एक्ट में बदमाशों की सम्पत्ति भी जब्त करने की करवाई कर रही हैए

वर्जन

ऐसा नहीं है कि लॉकडाउन के बाद क्राइम ज्यादा बढ़ा है। कुछ वारदाते लूट की हुईं, जिनका खुलासा किया गया। बच्चो के मर्डर व अन्य मर्डर की ज्यादातर वारदातों में अपने शामिल थे, जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, कई हत्याएं मामूली बात पर हुई, बदमाशों की धरपकड़ लगातार की जा रही है।

शैलेश कुमार पाण्डेय, एसएसपी

लॉकडाउन के दौरान अपराधी पुलिस की सख्ती की वजह से अंडर ग्राउंड हो गए थे, लेकिन जैसे ही छूट मिली तो बदमाश एक्टिव हो गए। इस दौरान पुलिस लॉकडाउन का पालन करने में व्यस्त थी। जैसे ही वारदातें हुई, पुलिस फिर से एक्शन में आ गई। अब अपराधियों कि धरपकड़ की जा रही है।

राजेश कुमार पाण्डेय, डीआईजी