-उत्तराखंड सरकार को चपत लगाने के मामले में एसएचओ कोतवाली पहुंचे पीएनबी सिविल लाइंस ब्रांच

BAREILLY: उत्तराखंड सरकार के महिला एवं बाल विकास समिति को 1 करोड़ 90 लाख की चपत लगाने की कोशिश के मामले में कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वेडनसडे को एसएचओ कोतवाली गीतेश कपिल ने पीएनबी की सिविल लाइंस ब्रांच में जाकर चीफ मैनेजर दीनानाथ बाप्पे से पूछताछ की और मामले से जुड़े डॉक्युमेंट कलेक्ट किए। वहीं एसएसआई अजय सिंह ने नील कमल प्रकाशन के मालिक से फोन पर मामले के संबंध में पूछताछ की। मालिक ने दिल्ली में होने की बात कही है। पुलिस ने उन्हें कोतवाली में आकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने मामले की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।

11 अक्टूबर को ब्रांच में पहुंचा चेक

बता दें कि 11 अक्टूबर को पीएनबी सिविल लाइंस की ब्रांच के ड्राप बॉक्स में नील कमल प्रकाशन बरेली के नाम से चेक डाला गया। चेक में 1 करोड़ 90 लाख रुपए का अमांउट भरा हुआ था। इसके साथ एक स्लिप भी नील कमल प्रकाशन के अकाउंट की लगी हुई थी। चेक महिला एवं बाल विकास समिति उत्तराखंड के अकाउंट नंबर 1532000101250453 से नील कमल प्रकाशन के अकाउंट नंबर 0043008700009018 को चेक जारी किया गया था। चेक एक दिन पहले यानी 10 अक्टूबर की डेट का जारी हुआ था। दूसरे ही दिन चेक ड्राप बॉक्स में पड़ने और इतनी मोटी रकम का चेक जब क्लियरेंस के लिए पहुंचा तो ब्रांच अधिकारियों ने इसकी जांच की।

डिपार्टमेंट ने किया इनकार

पीएनबी सिविल लाइंस ब्रांच के अधिकारियों ने महिला बाल एवं विकास समिति की पीएनबी ब्रांच देहरादून से चेक जारी होने के बारे में पूछताछ की। वहां की ब्रांच ने समिति से पूछा तो पता चला कि समिति ने ऐसा कोई चेक ही जारी नहीं किया है। जिसके बाद बैंक अधिकारियों ने नील कमल प्रकाशन के मालिक से संपर्क किया तो उन्होंने बैंक वालों को बताया कि उन्होंने कोई चेक ड्राप बॉक्स में नहीं डाला है। उन्हें नहीं पता कि चेक कहां से आया है। मामले में फर्जीवाड़ा होता देख कि सिविल लाइंस पीएनबी ब्रांच के चीफ मैनेजर दीनानाथ ने कोतवाली पुलिस से शिकायत की और दीपावली के दिन तहरीर दी।

दिल्ली में होने की कही बात

दीपावली की छुट्टियां होने के चलते पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ सकी और मंडे से मामले की जांच शुरू हो सकी। वेडनसडे को एसएचओ गीतेश कपिल सिविल लाइंस ब्रांच पहुंचे और चीफ मैनेजर से पूरे मामले की जानकारी ली और उससे जुड़े अन्य डॉक्युमेंट भी मांगे। वहीं एसएसआई ने भी नील कमल प्रकाशन के मालिक को फोन पर उनके खिलाफ शिकायत आने की जानकारी देते हुए पूछताछ के लिए बुलाया। मालिक ने दिल्ली में होने की बात कही और थर्सडे या फ्राइडे बरेली पहुंचने की बात कही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

पीएनबी सिविल लाइंस ब्रांच में महिला बाल एवं विकास समिति उत्तराखंड के नाम से नील कमल प्रकाशन बरेली को 1 करोड़ 90 लाख का फर्जी चेक जारी होने का मामला सामने आया है। मामले की जांच की जा रही है।

गीतेश कपिल, एसएचओ कोतवाली