इज्जतनगर के गायत्रीनगर में सेठी परिवार के 4 लोगों का हुआ था बेरहमी से कत्ल

-4 साल पहले हुए हत्याकांड के सभी आरोपी जेल मेंए कोर्ट में ट्रायल पर केस

बरेली : आज से करीब चार साल पहले शहर में एक ऐसी बड़ी वारदात हुई, जिससे मोहल्ले वालों के साथ-साथ पूरा शहर दहल गया था। पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए थे। जी हां हम बात कर रहे हैं इज्जत नगर थाना अंतर्गत गायत्री पुरी में सेठी परिवार के 4 लोगों के हत्याकांड की। इस वारदात का पुलिस में खुलासा किया था और वारदात में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इससे जुड़े सभी आरोपी मौजूदा समय में जेल में बंद हैं और कोर्ट में ट्रायल चल रहा है अब बस उम्मीद है तो आरोपियों को सजा होने की। करीब 10 दिनों बाद इस केस की वर्षी है। इस वारदात का जिक्र हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ऐसे ही जघन्य अपराधों से जुड़ी प्रमुख वारदातों को प्रकाशित करने जा रहा है, ताकि लोग अपनी सुरक्षा को लेकर अवेयर रहें और छोटी सी लापरवाही से बड़ी वारदातों को रोका जा सके।

26 सितंबर की काली रात

26 सितंबर 2016 की काली रात में व्यापारी नेता नरेश सेठी अपनी पत्‍‌नी, बेटी और बेटे के साथ घर में हंसी खुशी सोए थे लेकिन सुबह का सूरज नहीं देख सके थे। 3 दिन बाद 29 सितंबर को जब ऑटो वाला उनकी बेटी को स्कूल के लिए लेने पहुंचा तब सभी की खून से सनी लाशें मिली थीं। जिसने भी घर के अंदर का मंजर देखा उसकी रूह कांप गई। नरेश सेठी और उनकी पत्नी की लाश एक बेड और बेटे-बेटी की लाश दूसरे कमरे में खून से सनी हुई मिली थी। पुलिस के साथ एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और फॉरेंसिक टीम के साथ आईजी तक मौके पर पहुंचे थे। पुलिस की शुरुआती जांच घुमंतू जाति के बदमाशों द्वारा लूट के इरादे से हत्या को अंजाम देने तक घूमती रही लेकिन वारदात का खुलासा हुआ था तो हत्यारे कोई और निकले थे।

घर में चलता था ब्यूटी पार्लर

45 वर्षीय नरेश कुमार सेठी एलआईसी एजेंट थे और कीर्तन में भजन भी गाते थे। घर के बाहरी हिस्से में बेटी के नाम से ब्यूटी पार्लर एवं योगा ट्रेनिंग सेंटर भी था। जिसे उनकी पत्नी चलाती थी। जिस तरह से हत्याएं की गई थी उससे एक बात तो साफ हो गई थी कि लूट के इरादे से मर्डर किए गए थे, लेकिन सभी की हत्या एक ही तरीके से की गई थी। सभी के सिर पर भारी वस्तु से वार किए गए थे।

छत का गेट तोड़कर घुसे थे बदमाश

जब वारदात हुई थी तो लगा था कि बदमाश घर के मेन गेट की कम हाइट का फायदा उठाकर घुसे होंगे और फिर जीने से सटी किचन की खिड़की की ग्रिल काटकर अंदर घुसे होंगे लेकिन लुटेरों के पकड़े जाने के बाद पता चला था कि बदमाश पेड़ के सहारे छत पर गए थे और छत पर जीने का गेट तोड़कर घर के अंदर एंट्री की थी और उसके बाद लूटपाट और हत्या की थी। पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले चार बदमाश अनिल, बृजेश, विशाल और शंकर को गिरफ्तार किया था। करीब 9 महीने बाद मेन आरोपी अरशद उर्फ असद को एसटीएफ ने राजस्थान से गिरफ्तार किया था।

ऑटो कॉल रिकॉर्डिंग से खुला था राज

पुलिस कई दिनों तक घुमंतू जाति के बदमाशों की तलाश में लगी थी, लेकिन बाद में लोकल स्तर पर काम किया, जिसके बाद पुलिस ने अनिल और विशाल से भी पूछताछ की। इसी दौरान पुलिस को संदिग्धों के मोबाइल से कॉल रिकॉर्डिंग मिल गई, जिसमें बदमाश लूट की प्लानिंग कर रहे थे, यह रिकॉर्डिंग ऑटो हुई थी, बदमाश कोड वर्ड में बात कर रहे थे। इस मामले में असद पर एनएसए भी लगाया गया था।

अनजान घर में आए तो रखें नजर

जब वारदात का बदमाशों ने खुलासा किया था तो पता चला था कि सेठी की दुकान में पास विशाल की इन्वर्टर बैट्री की शॉप थी और उसके यहां अनिल काम करता था। एक बार अनिल उनके घर में स्टेबलाइजर लगाने आया था। तब उसने घर की रेकी कर ली थी और फिर अपने मालिक विशाल के साथ प्लान कर अन्य बदमाशों को शामिल कर वारदात को अंजाम दिया था। इससे साफ है कि यदि घर में कोई बाहरी आता है तो सब उसके भरोसे ना छोड़ें बल्कि हर समय उसके आसपास रहें ताकि उसमें डर बना रहे। थाना इज्जत नगर के मौजूदा प्रभारी केके वर्मा के मुताबिक चार साल पहले हुई वारदात के सभी आरोपी जेल में हैं, मामला कोर्ट में चल रहा है। एक दो बार घर पर विजिट की तो घर बंद ही मिला।