बरेली( ब्यूरो) । एक तरफ जहां ट्रैफिक पुलिस द्वारा समय-समय पर शहर में सड़क सुरक्षा अभियान चलाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है, ताकि बरेलियंस रूल्स फॉलो करें और हादसों कमी आए, शहर को जाम से छुटकारा मिल सके। हालांकि पहले की अपेक्षा अब अधिकांश टू व्हीलर सवार रूल्स फॉलो भी कर रहे तो वहीं कार सवार भी रूल्स का ध्यान रखने लगे हैं। वहीं दूसरी ओर अभी भी शहर में धड़ल्ले से जुगाड़ वाहन जोकि बिना रजिस्ट्रेशन और बिना परमिट के क्षमता से अधिक लोड लेकर शहर में दौड़ा जा रहे हैं। जिनसे कभी भी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। वहीं ये वाहन शहर भर में जाम का बड़ा कारण भी बन रहे हैं। इसी के साथ यह ओवरलोडिंग करके बेतरतीब वाहन चलाते हैं जिससे इनके आसपास चल रहे अन्य वाहन सवारों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है, और डर का सामना करना पड़ता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शहर में इसको लेकर रियलिटी चेक किया तो हीककत सामने आ गई।

खतरनाक हैं वाहन
शहर में दौड़ रहे जुगाड़ वाहन चालकों की माने तो जुगाड़ 16 हजार रुपए में तैयार हो जाता है। इस वाहन को तैयार कराने के लिए पुरानी बाइक या फिर स्कूटर जिसकी आरसी एक्सपायर हो चुकी होती है उस वाहन से जुगाड़ वाहन तैयार कर लेते हैं। सबसे खास बात है इस वाहन की चेकिंग भी शहर में कहीं नहीं होती है। इसीलिए यह वाहन ड्राइवर कहीं भी भीड़ में जुगाड़ वाहन ले जाने से नहीं डरते हैं।


सीन 1 -बड़ा डाकखाना, दोपहर 12 बजे
सिविल लाइंस एरिया में हेड पोस्ट ऑफिस के पास जुगाड़ वाहन ओवर लोड लगेज ले जा रहा था। लालफाटक की तरफ जा रहा यह वाहन ओवर लोड भी था। अगर इस जुगाड़ वाहन को कहीं पर भी रोकना पड़ जाए तो एक साथ रूकने की भी कंडीशन में नहीं था। किसी तरह दूर से ही ड्राइवर को रोकना पड़ रहा था।


सीन नंबर 2-चौपुला पुल, दोपहर 1 बजे
शहर के चौपुला फ्लाईओवर पर ओवर लोड सरिया लेकर एक जुगाड़ वाहन जा रहा था। फ्लाईओवर पर अधिक चढ़ाई होने के चलते वह वहीं पर खराब हो गया। इससे ड्राइवर वहीं फ्लाईओवर पर उसे ठीक करने की कोशिश करने लगा। हालांकि उससे जाम की भी समस्या बनती रही।


सीन 3- सिटी स्टेशन रोड़ सुबह 11 बजे
सिटी स्टेशन रोड पर एक जुगाड वाहन ड्राइवर लगेज ले जाने के लिए तैयारी में खड़ा था। वहां पर एक युवक लगेज ले जाने के लिए उससे बात भी करने लगा लेकिन वह कुछ देर तक इंतजार भी करता रहा। जबकि सिटी स्टेशन रोड व्यस्त रोड होने के चलते यहां पर अक्सर जाम की समस्या बन जाती है।

सीन 4- बदायूं रोड, दोपहर 12 बजे
बदायूं रोड पर लगेज पहुंचाकर बापस लौट रहे एक जुगाड वाहन बेतरतीब ढंग से जुगाड़ वाहन दौड़ा रहा था। यहां तक कि जुगाड़ वाहन में ड्राइवर के बैठकर ड्राइव करने तक की सीट नहीं थी। इससे साफ जाहिर है कि जुगाड़ वाहन किसी कंडीशन में रहा होगा।

वर्जन

शहर भर में चल रहे ये जुगाड़ वाले वाहन खुद की जान को तो खतरे में डालते ही हैैं। वहीं इनमें बेतरतीब लोड
सरिया और लोहे का सामान देखकर हम लोगों को वाहन चलाते हुए डर लगता है।
- मस्तराम

मेरा ख्याल से तो जुगाड़ वाहन चालक अपनी रोजी-रोटी चलाने के लिए ऐसे वाहन को मजबूरी में चलाते हैैं। वहीं अगर बात सड़क सुरक्षा कि की जाए तो सरकार को लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा है।
- अनुज प्रताप सिंह

इस तरह के जुगाड़ वाहनों से चालक अपने आप को एवं आस-पास के लोगों की जान को भी खतरे में डालते हैं, इस तरह के वाहन को प्रतिबंधित करना आवश्यक है।
-पप्पू


इस तरह के वाहनों पर रोक लगाने का कोई विशेष प्रावधान नहीं है फिर भी अगर ये वाहन जाम जैसी समस्या के कारण बनते है तो विशेष अभियान चलाकर इन पर कार्यवाही की जाएगी।
रा म मोहन सिंह, एसपी ट्रैफिक-