बरेली (ब्यूरो)। जिले में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। आलम यह है कि डेंगू के केसेस ने पिछले दो सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले चार माह से वायरल फीवर का प्रकोप गहराया। इसके बाद से लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसी क्रम में थर्सडे को जिले में डेंगू ग्रसित 16 नये मरीज मिले हैं। वहीं जनवरी से अब तक कुल 276 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। वहीं वर्ष 2019 में डेंगू से ग्रसित कुल 264 मरीज मिले थे वहीं वर्ष 2020 में कोविड की दस्तक के बाद डेंगू और मलेरिया की जांचे प्रभावित हुई थी जिस कारण डेंगू के महज आठ केस ही सामने आए थे।

डेंगू वार्ड फुल, ओपीडी में फीवर के मरीज अधिक
जिले में डेंगू के केसेस की संख्या अधिक होने पर जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों को एडमिट करने के लिए 22 बेड के दो वार्ड बनाए गए थे, बीते सप्ताह मरीजों की संख्या बढऩे पर हार्ट वार्ड में पांच बेड का एक अतिरिक्त वार्ड भी बनाया गया था, लेकिन थर्सडे को सभी बेड फुल हो गए। वहीं डेंगू मलेरिया ग्रसित बच्चों के लिए बच्चा वार्ड में पांच बेड निर्धारित किए गए थे लेकिन थर्सडे को बच्चा वार्ड में तीन बच्चे डेंगू और दो बच्चे मलेरिया से ग्रसित मिले। इस पर इस वार्ड में बच्चों के लिए निर्धारित बेड भी फुल हो गए हैं।

मलेरिया के अब तक 2250 केस
वर्ष 2018 में डेंगू और मलेरिया के केसेस में बरेली जिला प्रदेश में अव्वल स्थान पर काबिज था, लेकिन वर्तमान में डेंगू की तुलना में मलेरिया के केसेस काफी कम है, इसी क्रम में थर्सडे को जिले भर में मलेरिया की 451 जांचे की गईं जिसमें महज चार मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हुई है। इन मरीजों में तीन मरीज पीवी यानि प्लाज्मोडियम वाइवेक्स और एक मरीज जानलेवा पीएफ यानि फाल्सीपेरम की पुष्टि हुई है।

ओपीडी में फीवर के मरीज अधिक
हेल्थ अफसरों के अनुसार कोविड की सेकेंड वेव का असर कम होने के बाद ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। अधिकांश मरीजों में फीवर की पुष्टि हो रही है। थर्सडे को ओपीडी में कुल 1432 मरीज देखे गए जिसमें 463 मरीजों में फीवर की पुष्टि हुई है।

फैक्ट फाइल

  • 276 केस जिले में अब तक कुल डेंगू ग्रसित मरीज
  • 2250 केस जिले में अब तक मलेरिया ग्रसित मरीज
  • 173813 अब तक जिले में हो चुकी मलेरिया की जांचे
  • 1599 अब तक जिले में किए गए एलाइजा टेस्ट

पिछले माह से डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी हैं जिस कारण वार्ड फुल हो गए हैं, हालांकि कई ऐसे मरीज है जो कि डेंगू से अब स्वस्थ हो गए हैं संबंधित डॉक्टर को ऐसे मरीजों को डिस्चार्ज करने के आदेश दिए हैं। हल्की कमजोरी के चलते भी मरीज डिस्चार्ज करने पर आपत्ति कर रहे हैं। जबकि डेंगू से स्वस्थ होने के बाद भी कमजोरी की शिकायत 15 से एक माह तक रहती है। घर में आराम और समय से दवा लेने पर भी मरीज ठीक हो सकते हैं। - डॉ। सुबोध शर्मा, एडीएसआईसी