-बरेली कॉलेज में राज ललित कला प्रदर्शनी का हुआ उद्घाटन

-नहीं पहुंचे प्राचार्य और विशिष्ट अतिथि डीआइजी

बरेली : बरेली कॉलेज में प्रचार पद को लेकर चल रहे घमासान में अब एक नया मोड़ आ गया है। कभी कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव देवमूर्ति की करीबी रहीं कला विभाग की अध्यक्ष डॉ। मंजू सिंह कॉलेज में कला प्रदर्शनी लगाने के चलते घिर गई हैं। प्रदर्शनी में प्राचार्य के द्वारा तय किए गए मुख्य अथिति डीआइजी की जगह अपने पति और राज्य ललित कला अकादमी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह पुंढीर को मुख्य अतिथि बनाने पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है। प्राचार्य के फैसले के खिलाफ जाने की सूचना पर देव मूर्ति ने उनके खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।

विभाग में सैटरडे को राज्य ललित कला अकादमी के सहयोग से चित्रकला प्रदर्शनी आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि राजेश सिंह पुंढीर ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में डॉ। पूर्णिमा अनिल के गुट की शिक्षिकाएं और शिक्षक मौजूद रहे जबकि प्राचार्य अनुराग मोहन के गुड के शिक्षकों और शिक्षक संघ ने आयोजन से अलग कर लिया। इसके अलावा विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ। राजेश प्रकाश और डीआईजी राजेश कुमार पांडे प्रदर्शनी में नहीं पहुंचे। इस आयोजन के लिए शिक्षकों के साथ मिलकर प्राचार्य डॉ। अनुराग मोहन ने डीआइजी को मुख्य अतिथि बनाया था। डॉ। अनुराग खुद उन्हें आमंत्रित करने गए थे। लेकिन जब विभागाध्यक्ष डॉ। मंजू सिंह ने कार्ड प्रकाशित कराया तो डीआइजी की जगह उन्होंने राज्य ललित कला अकादमी के अध्यक्ष डॉ। राजेन्द्र पुंडीर को मुख्य अतिथि बना दिया। यही नहीं डीआइजी का नाम विशिष्ट अतिथि के रूप में रख दिया और कार्ड से डॉ। अनुराग मोहन के नाम की जगह सिर्फ प्रचार्य लिखवा दिया। डॉण् अनुराग के खिलाफ रिपोर्ट बनाने वाले क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को भी बतौर विशिष्ट अतिथि आमंत्रित किया गया। डॉ। अनुराग मोहन ने खुद को कार्यक्रम से अलग कर लिया। डीआइजी से माफी मांगकर उन्हें न आने की विनती भी की। हालांकि वह कॉलेज में आयोजित अंतर महाविद्यालय फुटबॉल प्रतियोगिता का इनॉग्रेशन करने पहुंचे थे।

डीएम को पाधिकार नहींए डॉ। अनुराग को मैंने बनाया प्राचार्य :देवमूर्ति

मामले की जानकारी होने पर प्रबंधन समिति के सचिव देवमूर्ति का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उन्होंने कहा कि मंजू सिंह ने गलत किया है। मैं प्रबंधन समिति का सचिव हूं, डॉ। अनुराग सिंह को मैंने प्राचार्य बनाया है। यह अधिकार मुझे हाईकोर्ट ने दिया है। इस समय डीएम को भी प्रचार बनाने का अधिकार नहीं है। इसी के मुताबिक मैं किसी को भी 3 महीने के लिए प्राचार्य बना सकता हूं। आज की तारीख में नये डीएम प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नहीं है। नियम के मुताबिक नए अध्यक्ष का चयन किया जाता है डॉ। अजय शर्मा के रिटायर होने पर तत्कालीन डीएम ने प्रबंधन समिति का अध्यक्ष होने के नाते बैठक क्यों नहीं बुलाई। डॉ। अनुराग मोहन अपना काम करेंगे। अगर किसी को आपत्ति है तो वह कोर्ट जा सकता है।

कार्यक्रम कॉलेज की भलाई के लिए हो रहा है इसलिए वह इसमें कोई व्यवधान नहीं डालेंगे। कुछ व्यस्तता के चलते कार्यक्रम में नहीं शामिल हो सका। कोई शिक्षक आता है या नहीं यह उसका व्यक्तिगत अधिकार है।

। डॉ। अनुराग मोहन, प्रचार्य

विवाद को वजह तूल दिया जा रहा है। डॉ। अनुराग ने खुद अपना नाम न प्रकाशित करने के लिए कहा था। रही बात डीआइजी को मुख्य अतिथि बनाने की तो डॉ। अनुराग मोहन को प्रोटोकॉल की जानकारी नहीं थी। प्रोटोकॉल का तहत डॉ। पुंडीर सीनियर हैंए इसलिए उन्हें मुख्य अतिथि बनाया गया।

। डॉ। मंजू सिंह, कला विभागाध्यक्ष