-अंजुमन के मेबर्स ने पीठ पर पोस्टर लगाकर लोगों को दिया मेसेज

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BAREILLY: मंडे को शहर में निकले ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में अंजुमनों के मेंबर्स ने इस्लाम के पैगाम को आम किया। अंजुमन के मेंबर्स ने जहां इस्लाम में बेटी की अजमत को बताया तो वहीं महापुरुषों ने जो बाते कहीं हैं। उसे पोस्टर पर लिखकर अपनी पीठ पर लगाकर लोगों को अल्लाह के के बताए हुए रास्ते पर चलने की नसीहत दी। उनकी इस कोशिश को जुलूस में शामिल तमाम अकीदतमंदों ने खूब सराहा।

रोहली टोला से आए थे अंजुमन

जुलूस में शामिल हुई रोहली टोला गौसिया मस्जिद पुराना शहर की अंजुमन के मेंबर्स ने अपनी पीठ पर स्लोगन लिखे पोस्टर चिपका लोगों को अवेयर किया। पोस्टर में बचाओ बेटी पढ़ाओ, बेटियां सबके मुकद्दर में कहां होती हैं अल्लाह को जो पसंद आए वहां होती हैं, महर देते वक्त शरीयत याद आती है दहेज लेते वक्त कहां चली जाती है जैसे स्लोगन लिखे। वहीं हजरत अली की बात लोगों को उसी तरह माफ करो जैसे तुम खुदा से उम्मीद रखते हो वह तुम्हें माफ करेगा, लिखे वाक्य से सभी को माफ करने का पैगाम दिया। एक मेंबर ने अपनी पीठ पर यह मेसेज लिखा था कि औलाद के लिए जो भी चीज लाओ सबसे पहले बेटी को दो, इंसान की पहचान अच्छे लिबास से नहीं बल्कि अच्छे इखलाक और उसके ईमान होती है।