दमकल की आठ गाडि़यां दो घंटे में बुझा पाई आग, लाखों रुपये का नुकसान
- जवाहर नगर कालोनी में हुई घटना के बाद मचा हड़कंप
- व्यापारी ने किराए पर मकान लेकर बनाया था पेंट गोदाम
बरेली : जवाहर नगर स्थित पेंट गोदाम में शुक्रवार को राकेट घुसने से आग लग गई। गोदाम और मकान मालिक के कुछ समझने से पहले ही आग विकराल हो गई। पुलिस के साथ ही फायर ब्रिगेड टीम पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद दमकल की आठ गाडि़यों ने दो घंटे बाद आग पर काबू पाया।
दो घंटे में आग पर पाया काबू
प्रेमनगर के गांधीनगर निवासी प्रवेश अरोड़ा आशीर्वाद ट्रेडर्स नाम से पेंट का कारोबार करते हैं। उन्होंने जवाहर नगर में योगेश गुप्ता के घर के आगे की दुकान और पीछे का एक बड़ा कमरा गोदाम के लिए किराए पर लिया है। शुक्रवार रात करीब आठ बजे एक जलता राकेट खिड़की के रास्ते गोदाम में घुस गया। एक अन्य कमरे में मकान मालिक परिवार समेत थे। आग भड़की तो उन्हें घटना का पता चला। वह परिवार के साथ बाहर निकले और गोदाम मालिक को सूचना दी। जिसके बाद दमकल को फोन करते हुए स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश हुई।
रसायन मिलाकर पानी डाला तो बुझी आग
आग भीषण थी, वहीं पेंट और केमिकल की वजह से पानी भी काम नहीं कर रहा था। पानी की छह गाडि़यां खत्म होने के बाद भी जब आग नहीं बुझ रही थी, इस पर फायर ब्रिगेड अधिकारियों ने पानी के साथ रसायन मिलाकर डाला। जिसके बाद आग पर काबू किया जा सका।
चटका लिंटर, पड़ोसियों के घर खाली कराए
दो घंटे लगी भीषण आग का आलम यह था कि मकान की दीवार और लिंटर चटक गए थे। पड़ोसियों के घरों की दीवार गर्मी से धधक रही थी। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिसकर्मियों ने दोनों तरफ के पड़ोसियों के घर खाली करा लिए।
सिलिंडर फटता तो होता बड़ा हादसा
जिस तरह से रिहायशी इलाके में पेंट और केमिकल का गोदाम बनाया गया, उसने सिस्टम को फिर सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया। गोदाम में लगी आग से योगेश के घर का भी काफी सामान जल गया। गनीमत रही कि आग की लपटें रसोई तक नहीं पहुंचीं। वर्ना सिलिंडर तक आग पहुंचती तो धमाके से बड़ा हादसा हो सकता था। आग के चलते सड़क पर जाम भी लग गया था।
पुराने रोडवेज के पास होटल के सिलिंडर में लगी आग
बरेली : शुक्रवार दोपहर पुराना रोडवेज के पास महेश कुमार मोहनपुर के खाने के होटल में सिलिंडर में आग लग गई। अचानक आग लगने से होटल के साथ ही सड़क पर भगदड़ मच गई। जिस दौरान घटना हुई उस दौरान बाजार में भारी भीड़ थी। सूचना पर दमकल की गाड़ी पहुंची और आग पर काबू पाया। पड़ताल के दौरान पता चला कि सिलिंडर में नकली रेगुलेटर का इस्तेमाल किया गया था। फायर ब्रिगेट टीम का माथा तब ठनका जब उन्होंने दुकान के अंदर और भरे सिलिंडर रखे हुए देखा।