- शहर में मत्स्य विभाग खेल रहा एक दर्जन फिश पार्लर
- फिश पार्लर के साथ ही बनेगा मत्स्य उत्पादन केंद्र
- सितंबर तक ओपन हो जाएंगे पार्लर
BAREILLY:
मछली खाने के शौकीन लोगों के लिए यह बेहद लजीज खबर है। स्वादिष्ट मछलियों का स्वाद लेने के लिए आपको अब ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि जल्द ही शहर में एक दर्जन फिश पार्लर ओपन होने जा रहे हैं, जहां आपको किफायती रेट पर मछली की तमाम वैरायटी की डिशेज मिलेंगी।
मत्स्य विभाग की योजना
मछली उत्पादन को बाजार मुहैया कराने के लिए मत्स्य पालन विभाग ने प्रदेश के कई बड़े शहरों में फिश पार्लर खोलने का फैसला लिया है, जहां ताजी मछलियों से बनी लजीज डिश अवेलबल रहेगी। पब्लिक की डिमांड के आधार पर डिशेज की वैरायटी में भी विभाग इजाफा करेगा।
होंगे एक्सपर्ट सेफ
मत्स्य विभाग की ओर से खोले जाने वाले पॉर्लर में करीब 42 तरीके की इंडियन फिश डिशेज अवेलबल होंगी। बेकिंग का काम प्रशिक्षित सेफ के निर्देशन में होगा। सेफ का चुनाव बिजनेस पार्टनर करेंगे।
ये मिलेंगी डिशेज
- मसाला फिश
- फिश फ्राई
- फिश पकौड़ी
- तरीदार फिश
- रोल फिश
- मसाला फ्राइड पम्फ्रेट
- फिश करी विद लोटस स्टेम
- बेक्ड इंडियन बासा
- फिश करी विदाउट ऑयल
- फिश भुजिया रोस्टेड
- पॉपकॉर्न क्रस्टेड फिश फिंगर
- फिश कटलेट्स
- मीन करी विद भात
12 में से सात जगहें तय
अधिकारियों के मुताबिक 12 स्थानों में से 7 स्थान चिह्नित कर टेंडर भी कर लिए गए हैं।
- 2 पार्लर ठिरिया निजावत खां
- 1 बीडीए कॉम्प्लेक्स
- 1 एजाज नगर गौटिया
- 1 राजेंद्र नगर
- 1 सिविल लाइंस
- 1 जटउवा
बन रहा फिश ब्रीड उत्पादन केंद्र
शायद आपको भी यह मालूम न हो कि अभी तक जो जिस फिश का टेस्ट आप ले रहे हैं, वह शाहजहांपुर के खुटा की हैं। क्योंकि बेहतर क्वालिटी की फिशेज शाहजहांपुर के खुटा स्थित फिश ब्रीड उत्पादन केंद्र से लायी जाती हैं। जो खाने के लिए और तालाबों में पालने के लिए लायी जाती रही हैं। लेकिन अब बरेली जिले के देवरनिया में फिश ब्रीड उत्पादन केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है। सितंबर के बाद से शौकीनों को अपने जिले में उत्पादित फिशेज का टेस्ट लेने का मौका मिलेगा। वहीं, मछली पालन के लिए भी फिशेज किफायती कीमतों में शहर में मिलेंगी।
यह रहेगी उत्पादन क्षमता और कीमत
- उत्पादन केंद्र में करीब 42 लाख बच्चे पैदा होंगे।
- जिले 3411 तालाबों में इनका पालन किया जाएगा।
- वर्तमान में 1782 तालाबों में पालन कार्य शुरू।
- मछली पालकों को 110 रुपए में हजार बच्चे मिल रहे।
- तालाबों में पाली गई फिश पार्लर को एक्सपोर्ट होंगी।
बजट
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत यह पार्लर संचालित किए जाएंगे।
- शासनादेश के तहत प्रत्येक पार्लर पर 5.5 लाख का बजट तय है।
- 2.75 लाख शासन और 2.75 लाख कार्यदायी संस्था वहन करेगी।
- पार्लर के जरिए होने वाली आमदनी भी 50-50 की तर्ज अदा होगी।
- फिश पार्लर में फिश से देश भर में बनाई जाने वाली डिशेज अवेलबल होंगी।
- पार्लर में फि श डिशेज की कीमत भी सरकारी यानि किफायती दरों पर होगी।
यह हैं ब्रीड
फिश ब्रीड उत्पादन केंद्र में देश समेत विदेशी ब्रीड के करीब 4 सौ से ज्यादा ब्रीड उत्पादन होंगे। विदेशी ब्रीड में यह रहेंगी खासजिन्हें एक्वेरियम में रखा जा सकता है।
- एंग्री वर्म
- स्लेंडर स्नेक
- राइस पैडी
- लांगफिन
- हर्लेक्विन
- डकबिल्स
- मारबल्ड
- नीडल टूथ
- मोरे
- पाइक कांगर्स
- जावा स्पैटी
- व्हाइटस्पॉट गार्डन
- शार्टफिन
शहर में दर्जन भर फिश पार्लर खोले जाने के लिए जगहें कई जगहें चिन्हित कर टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। सितम्बर से फिश पार्लर शुरू होने की संभावना है। देवरनिया में उत्पादन केंद्र बनाया जा रहा है। पार्लर में बाजार मूल्य से कम रेट में डिशेज मिलेंगी।
जीएस गंगवार, निदेशक, मत्स्य विभाग