- एक महीने में कथित पत्रकार ने किया था नौकरी लगवाने का दावा, सुभाषनगर थाने में रिपोर्ट

बरेली। संविदा पर एक डिग्री कॉलेज में नौकरी करने वाले एक शिक्षक से एक कथित पत्रकार ने सचिवालय में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपए हड़प लिए। महीनों बाद भी नौकरी ना लगने पर शिक्षक ने रुपए वापस मांगे तो ठग उन्हें टहलाने लगा। विरोध करने पर उसने व उसकी पत्‍‌नी और बेटे ने पीडि़त के साथ मारपीट और अभद्रता की। अब कई बार थाने चौकी के चक्कर लगाने के बाद पीडि़त की शिकायत पर सुभाषनगर थाने में ठगी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

तीन लाख किए ट्रांसफर

सुभाषनगर क्षेत्र की अनुपम नगर कॉलोनी में रहने वाले परमेंदर ने बताया की वह एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाते हैं। वहीं कुछ समय पहले उनकी मुलाकात जिला बलिया के करवई के रहने वाले हिमांशु त्रिपाठी से हुई थी, जोकि खुद को पत्रकार बताता था। उनके मुताबिक हिमांशु ने उन्हें उप्र सचिवालय में नौकरी दिलवाने की बात कही थी, जिसके लिए उन्होंने करीब सात महीने पहले हिमांशु के बैंक खाते में तीन लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए थे।

मारपीट और अभद्रता

परमेंदर ने बताया की हिमांशु ने उन्हें एक महीने में ही नौकरी दिलवा देने का दावा किया था। लेकिन जब एक महीना हुआ तो कहने लगा कि कुछ ही दिन में ज्वाइनिंग लेटर मिल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आरोप है कि इसके बाद उन्होंने अपने रुपए वापस मांगे तो वह टाल मटोल करने लगा और फोन बंद कर लिया। इसके बाद पिछले साल 24 अक्टूबर को फोन मिला तो रुपए देने से इंकार कर दिया। फिर वह उसके घर पहुंचे तो वहां हिमांशु, उसकी पत्‍‌नी और बेटे ने उनके साथ मारपीट और अभद्रता की।