बरेली (ब्यूरो)। गणेश चतुर्थी पर विघ्नहर्ता पूरे जोश और उल्लास के साथ शहर के सभी पूजा पंडालों में विराजमान हो चुके हैं। ट्यूजडे को सुबह से शहर में शोभायात्राओं के साथ भगवान गणेश की प्रतिमाओं का पूजा पंडालों में पहुंचना शुरू हो गया। यहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भक्तों ने रिद्धि-सिद्धि के दाता गणपति बप्पा को प्रतिस्थापित कराया। इसके बाद उनकी विधि विधान से पूजा अर्चना हुई और आरती उतारी गई। गणेश चतुर्थी से शुरू होने वाले गणेश महोत्सव की धूम शहर में 25 सितंबर तक रहेगी। अनंत चतुर्दशी को प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ यह महोत्सव पूर्ण होगा।

गणपति बप्पा की गूंज
कभी महाराष्ट्रा तक सीमित रहा गणेश महोत्सव अब देशभर में पूरेे उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। बरेली में भी इस महोत्सव की परंपरा आस्थापूर्वक निभाई जा रही है और हर साल परवान भी चढ़ रही है। इस बार शहर में 30 से अधिक जगहों पर इस महोत्सव का भव्य आयोजन हो रहा है। गणेश चतुर्थी पर ट्यूजडे को इन सभी जगहों पर शोभायात्रा के साथ गणेश प्रतिमाएं पहुंची तो पंडाल गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों से गूंज उठे। इससे पहले भगवान गणेश की प्रतिमाओं के साथ निकली शोभायात्राओं के रूट भी जयकारों के घोष से गुंजायमान रहे।

पंडालों में होंगे कार्यक्रम
शहर में गणेश महोत्सव ट्यूजडे को आलमगिरी गंज, शाहबाद, बिहारीपुर, मुलुकपुर सहित कई अन्य जगहों पर शुरू हुआ। इन सभी जगहों पर पूजा कमेटियों की ओर से अलग-अलग दिन के कार्यक्रम तय किए गए हैं। इनमें पहले दिन प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भजन संध्या है। दूसरे दिन से कहीं रामचरित मानस का पाठ है तो कहीं भजन संध्या के लिए जाने-माने भजन गायकों को बुलाया गया है। महोत्सव के दौरान सभी पूजा पंडालों में गणपति बप्पा की भक्ति की रसधारा बहती रहेगी।