- पिछले तीनों महीनों पर भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर नकेल कस एसएसपी ने किए 14 सस्पेंड और कई लाइनहाजिर

- थानों में सुनवाई न होने पर रोजाना शहर व देहात क्षेत्रों से सैकड़ों लोग पहुंचते हैं पुलिस अधिकारियों के ऑफिस

बरेली: बीते साल केस दर्ज न करने, एफआईआर में गोलमाल करने और सांठगांड कर मामला खत्म करने पर कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई जिससे पुलिस पर से जनता पर विश्वास बनाना फिर से मुश्किल में हो गया। हालांकि लापरवाही पर एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने पुलिस कर्मियों को सस्पेंड जरूर किया लेकिन इससे कहीं न कहीं खाकी पर दाग लगा जो कि मित्र पुलिस के स्लोगन पर भी कई सवाल खड़े करती है। वहीं दूसरी तरफ अभी कई पुलिसकर्मियों का रवैया पहले जैसा ही है जिसकी वजह से फरियादियों को चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। यहां तक की थक हार कई फरियादी एसएसपी ऑफिस में गुहार लगाते और शिकायत करते दिख रहे हैं लेकिन इसके बाद भी पुलिसकर्मी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।

दो इंस्पेक्टर हुए सस्पेंड

एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने पदभार लेते ही पीडि़तों की शिकायतों को गंभीरता से लिया। 8 अक्तूबर को किला इंस्पेक्टर रहे मनोज सिंह को हत्या के मामले में लापरवाही करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया था। इसके अगले ही दिन एक अन्य मर्डर के मामले में लापरवाही बरतने में प्रेमनगर इंस्पेक्टर रहे बलवीर सिंह को भी सस्पेंड किया गया था। इसके बाद एक हफ्ते के अंदर ही भ्रष्टाचार के आरोप में पूरी एसओजी टीम को सस्पेंड कर दी गई थी। इसके बाद भी कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड व लाइनहाजिर किया गया था।

पुलिस कर रही भूमाफियाओं की मदद

सुभाषनगर की रहने वाली नीलम देवी ने बताया कि कुछ वक्त पहले उन्होंने एक परिचित से कुछ जमीन खरीदी थी। लिखापढ़ी होने के बाद परिचित उस पर कब्जा करने की कोशिश करने लगा। कूटरचित दस्तावेजों की मदद से उसने दो बाद जमीन हथियाना चाही लेकिन हर वार प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके ही पक्ष में फैसला सुनाया। अब जब वह जमीन पर निर्माण कार्य कराना चाहती हैं तो भूमाफिया दबंग उन्हें धमकाते हैं। काम भी बंद करा दिया। उनका आरोप है कि पुलिस के संरक्षण में ही दबंग लोग उन्हें प्रताडि़त कर रहे हैं। इसकी शिकायत करने वह सैटरडे को एसएसपी ऑफिस पहुंची।

अभी भी भटक रहे फरियादी

केस: 1- बेटी के ससुरालियों ने किया हमला

गुलजार नगर के राजकुमार ने बताया कि तीन जनवरी को उनकी बेटी के ससुरालियों ने घर में घुसकर उन पर हमला करने के साथ ही सामान भी जला दिया था। फिर साथ ले जाकर भी मारा-पीटा था। किसी तरह वह बच निकले तो परिजनों को सूचना दी थी। पुलिस से शिकायत करने पर उन्हें डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया, लेकिन आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की गई। सैटरडे को वह शिकायत करने एसएसपी ऑफिस पहुंचे।

केस:2 -मुकदमा करने पर धमकाया

सीबीगंज की नीरज सक्सेना ने बताया कि कुछ समय पहले मोहल्ले के ही रहने वाले कुछ दबंगों से झगड़ा होने के बाद उन्होंने पुलिस को शिकायत की थी। इसके बाद कोर्ट में एक मुकदमा दायर किया था। इस पर दबंगों ने भी उनके खिलाफ एक मुकदमा दायर कर दिया था, जोकि खारिज हो गया। इस पर दबंग उनसे रंजिश मानने लगे। उनके मुताबिक फ्राइडे को दबंगों ने उन्हें घेर लिया और मुकदमा वापस लेने को धमका लगे। ऐसा ना करने पर जान से मारने की भी धमकी दी।

केस:3 - एनसीआर दर्ज कर निपटाया मामला

हजियापुर के रहने वाले शाकिब ने बताया कि पांच जनवरी को संबंधी के घर से लौटते वक्त इलाके के दबंगों ने उन्हें घेरकर पीट दिया था। वह बचने के लिए एक व्यक्ति के घर में घुसे तो वह लोग वहां भी घुस गए। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हुए तो उन्हें बचाया गया। वहं तुरंत शिकायत करने बारादरी थाने पहुंचे तो पुलिस ने मामले में एनसीआर दर्ज कर निपटा दिया। आरोपियों पर भी कार्रवाई नहीं हुई। शाकिब सैटरडे को दंबगों के खिलाफ कार्रवाई होने की फरियाद लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे।