- करीब हफ्ते भर पहले लाइन की चपेट में आने से झुलसा था किशोर

- पहले भी हुए हादसे को लेकर लाइन शिफ्ट करने के लिए हुआ था विरोध

बरेली : इज्जतनगर थाना क्षेत्र के आलोक नगर में सोमवार सुबह घरों के ऊपर गुजर रही हाइटेंशन लाइन टूट गई। घटना के बाद लाइन जोड़ने के लिए बिजली महकमे के अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे। लेकिन लोगों ने करीब एक हफ्ता पहले हादसे में एक किशोर झुलसने का हवाला देते हुए लाइन शिफ्ट करने की मांग करते हुए विरोध किया। हंगामा बढ़ने के बाद मौके पर पुलिस फोर्स पहुंचा। करीब चार घंटे बाद हाईटेंशन लाइन जोड़ी जा सकी। इस दौरान करीब सैकड़ों घरों में घंटों बिजली गुल रही।

लाइन पहले से थी, बाद में बने घर

आलोक नगर में जहां 11 केवी हाईटेंशन लाइन गुजर रही है, वहां लोगों ने धीरे-धीरे सस्ती दर पर जमीन मिलने के बाद एचटी लाइन के नीचे घर बना लिए। जबकि नियमानुसार जहां हाईटेंशन लाइन है, उसके नीचे लोग घर नहीं बना सकते हैं। ऐसा करते हुए पाए जाने पर बिजली महकमा आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा सकता है। लेकिन तब अधिकारियों ने आंख बंद रखी, जो अब मुसीबत बन गया है।

एचटी लाइन से हो चुके कई हादसे

यहां हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से कई हादसे हुए हैं। यहां रहने वाले धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि करीब करीब हफ्ते भर पहले रिश्तेदारी में आया युवक अर्पित दुबे छत से कुछ ऊंचाई पर गुजर रही एचटी लाइन की चपेट में आकर झुलस गया था। इससे करीब दो साल पहले एक बच्चे ने कपड़े सुखाने वाला तार समझकर एचटी लाइन पकड़ ली थी। वहीं, करीब आठ साल पहले दिवाली पर झालर लगाने छत पर पहुंचे एक शख्स भी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर झुलस गए थे।

500 घरों की बत्ती घंटों रही गुल

11 केवी हाईटेंशन लाइन सुबह करीब दस बजे टूटी थी। इस लाइन से 250 केवीए और 100 केवीए क्षमता के दो ट्रांसफार्मर जुड़े हैं। इनसे करीब 500 घरों की बिजली आपूर्ति होती है। लाइन जोड़ने के लिए बिजली अधिकारी मौके पर पहुंचे तो इलाकाई लोगों ने लाइन शिफ्ट करने की बात रखते हुए एचटी लाइन नहीं जुड़ने दी। हंगामे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद दोपहर दो बजे के करीब लाइन जोड़ी जा सकी। इससे कई घंटों के बाद इलाके में बिजली आपूर्ति सुचारू हुई।

हाईटेंशन लाइन पहले पड़ी थी, लोगों ने अवैध रूप से घर बाद में बनाए। लाइन टूटने के बाद लोगों ने लाइन शिफ्ट करने की जिद करते हुए विरोध किया था। हालांकि बाद में पुलिस की मौजूदगी में लाइन जोड़ी जा सकी।

- अनुज कुमार, अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड-प्रथम