-जनप्रतिनिधियों के गोद लिए गांवों से होगा शुभारंभ, करीब सौ गांव बनेंगे स्मार्ट

-चार चरणों में बदलेगी गांवों की सूरत, रहपुरा जागीर के लिए हो गया है प्रस्ताव

>BAREILLY:

शहरों को स्मार्ट बनाने के क्रम में अब गांवों की सूरत बदलने की शुरुआत होने वाली है। चकाचक रोड, साफ सफाई, बिजली व अन्य मूलभूत सुविधाओं से गांव संवर जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने गांवों को स्मार्ट विलेज बनाने की योजना बनाई है। स्मार्ट गांव बनाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किए जाने के लिए शासन ने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके लिए फिलहाल करीब 8 करोड़ का बजट खर्च किया जाएगा।

विभागों को सौंपी जिम्मेदारी

प्रदेश सरकार ने स्मार्ट सिटी बनने की राह पर पहुंचे शहर से गांवों को जोड़ने के लिए स्मार्ट विलेज बनाने की शुरुआत की है। इसके प्रचार प्रसार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग, बेसिक माध्यमिक शिक्षा, भू और कृषि विभाग, ग्रामीण बैंक, सिंचाई विभाग, जिला कार्यक्रम विभाग, जिला विकास विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, जिला युवा कल्याण विभाग, जिला अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग, जिला विकलांग कल्याण विभाग, जिला पंचायती राज विभाग, समाज कल्याण विभाग, प्राकृतिक आपदा नियंत्रण समेत करीब 20 विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

चार चरणों में होगा वर्क

गांवों को स्मार्ट बनाने के लिए चार चरण बनाए गए हैं। पहले चरण में संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी गांवों में पहुंचकर बेस लाइन सर्वे करेंगे। डाटा के आधार पर गांवों की जरूरत के हिसाब से प्रोवाइड कराया जाने के लिए प्लानिंग कमेटी को रिपोर्ट भेजी जाएगी। दूसरे चरण में गांवों के डेवलपमेंट प्रोजेक्ट बनाए जाएंगे। जिसके तहत गांवों में किए जाने वाले विकास कार्य संबंधी अनिवार्यता, कार्यो में खर्च होने वाला बजट तय किया जाएगा। तीसरे चरण में गांव में खुली पंचायत आयोजित कर प्रोजेक्ट लागू कर ग्रामीणों की राय ली जाएगी। ग्रामीणों के मुद्दे को प्रिऑरिटी दी जाएगी। चौथे चरण में प्रोजेक्ट को इंप्लीमेंटेशन किया जाएगा।

सबसे पहले संवरेगी 'गोद'

गांवों को स्मार्ट बनाए जाने के क्रम में सबसे पहले जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद लिए गांवों से शुभारंभ होगा। फिर अधिकारियों के गोद लिए गांव स्मार्ट बनेंगे। सबसे पहले सांसद संतोष गंगवार का गांव 'रहपुरा जागीर' संवरेगा। रहपुरा को संवारने के लिए बेस लाइन सर्वे किया जा चुका है। साथ ही, डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का कार्य भी पूरा हो चुका है। जबकि खुली बैठक भी हो चुकी है। ऐसे में रहपुरा अब चौथे चरण में है। चौथे चरण में सबसे पहले वन विभाग रहपुरा जागीर में करीब 3600 पौधे लगाएगा। इस काम के लिए संतोष गंगवार ने प्रस्ताव वन विभाग को भेज दिया है। इसके बाद सिंचाई और कृषि विभाग का कार्य शुरू होगा।

गोद लिए गांवों को पहले मॉडल गांव बनाया जाना था। जिसके लिए बेसलाइन सर्वे और वीडीपी तैयार हो चुका है। ऐसे में उन्हें अब स्मार्ट बनाए जाने के लिए निर्देश दिए हैं।

शिव सहाय अवस्थी, सीडीओ