बरेली (ब्यूरो) i शहर में अगर बिजली गुल होती है तो सप्लाई चालू होने में घंटों का समय लग सकता है ऐसा इसलिए क्योंकि उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के निविदा संविदा कर्मचारी संघ ने संडे को अवकाश होने के बाद भी चौथे दिन चीफ इंजीनियर कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। वही चार दिन बीत जाने के बाद भी संविदा कर्मचारियों को बिजली अधिकारी मना नहीं सके है। कर्मचारियों की हड़ताल से फाल्ट होने के बाद दिक्कत होने कई जगह बिजली सप्लाई बाधित रही।

बंद हो ठेका प्रथा
जनपद के सभी आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारियों ने चौथे दिन भी कार्य बहिष्कार करते हुए धरना प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि बिजली विभाग में ठेकेदारी व्यवस्था समाप्त कर मस्टरोल व्यवस्था के तहत कर्मचारियों की तैनाती कर कार्य कराने, समान कार्य का समान वेतन देने या वेतन रुपए 18000 निर्धारित करने, आउटसोर्स कर्मचारियों के दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने, ईपीएफ व ईएसआई में हुए घोटाले की जांच की जाए। मध्यांचल उपाध्यक्ष मुकेश कुमार कठेरिया ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपकर संविदा कर्मचारियों के शोषण पर रोक लगाने की मांग की थी। लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय रहते हुए समस्याओं को समाधान नहीं किया गया तो वह बिजली बाधित करने का भी कार्य करेंगे। जिला संगठन मंत्री जहीर खान ने कहा कि स्थानीय स्तर की समस्याओं को लेकर पूर्व में आंदोलन के बाद हुए समझौते का पालन मुख्य अभियंता समक्ष हुई वार्ता के बावजूद समाधान नहीं किया गया है। इस मौके पर प्रकाश, रूपचंद, रामचंद्र, विशाल, कौशल, राहुल शर्मा, अजय नारायण शर्मा, नदीम, और निजाम आदि मौजूद रहे।