बरेली(ब्यूरो)। फरीदपुर में सीएचसी पर सेटर्डे को खासा हंगामा खड़ा हो गया। महिला यू ट््यूबर ने वहां के डॉक्टर और स्टाफ पर अभद्रता का आरोप लगाया है। युवती के अनुसार उस के साथ अस्पताल के स्टाफ ने मारपीट की। इस के साथ ही उसका माइक, कैमरा और पैसे भी छीन लिए। यह भी आरोप लगाया है कि स्टाफ ने उसके साथ अश्लील हरकतें भी कीं। मामले में युवती ने थाने में आरोपितों के विरुद्ध कंप्लेंट की है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए इंटरनेट मीडिया के माध्यम से बताया कि उन्होंने 13 मार्च तक सीएमओ से रिपोर्ट मांगी है।

यह था मामला
पीडि़त युवती ने बताया कि वह शनिवार सुबह अपने भाई की दवा दिलाने के लिए अस्पताल पहुंची थी। वहां पहुंच कर उसने देखा कि एक महिला प्रसव पीड़ा से परेशान थी। कोई भी डॉक्टर उसे देखने वाला नहीं था। आरोप है कि जब युवती ने डॉक्टर्स से बात करने की कोशिश की तो वहां पर कोई भी मौजूद नहीं मिला। इस पर युवती ने वहां का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इसका अस्पताल के स्टाफ ने विरोध किया। इसके बाद भी वह वीडियो बनाती रही। युवती के अनुसार इस पर स्टाफ ने उसे घेर लिया और मारपीट करने लगे। युवती के हाथ से उसका माइक, मोबाइल और कैमरामैन के हाथ से कैमरा छीन लिया। आरोप यह भी है कि जब उसने अस्पताल के अधीक्षक डॉ। अनुराग गौतम से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने अस्पताल में आने की परमीशन मांगी। साथ ही कहा कि बिना परमीशन के वह यहां पर वीडियो कैसे बना रही हैं। युवती ने दो डॉक्टर्स पर अश्लील हरकतें करने का भी आरोप लगाया है। युवती ने उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक को ट््वीट कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी, जिसके बाद उन्होंने बरेली के सीएमओ डॉ। बलवीर ङ्क्षसह से मामले की जांच कर सोमवार तक रिपोर्ट तलब की है।

पहले भी रहा विवादों में
फरीदपुर सीएचसी आए दिन विवादों में घिरा रहता है। हाल ही में पचौमी गांव में वसूली प्रकरण में वहां के डॉक्टर सहित कई लोगों पर वसूली के आरोप लगे थे। इसके बाद उस मामले की जांच भी कई दिनों में पूरी कराई गई। हालांकि अधिकारियों ने उस मामले में डाक्टरों को क्लीनचिट दे दी थी।

बोले अधिकारी
मामले की जानकारी है। मैं स्वयं ही इस मामले की जांच कर रहा हूं, दोनों पक्षों को बयान के लिए बुलाया गया है। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ। बलवीर ङ्क्षसह, सीएमओ

हम लोगों की ओर से कोई मारपीट नहीं की गई। यह आरोप गलत है, यू-ट््यूबर ने पहुंचकर सरकारी कार्य में बाधा डाली थी और दुव्र्यवहार भी किया। -डॉ। अनुराग गौतम, चिकित्सा अधीक्षक, फरीदपुर सीएचसी